आई एम सी ने किया सपा बसपा गठबंधन को समर्थन का एलान।
पार्टी 3c की नीति पर करेगी अहम रोल अदा। इत्तेहाद मिल्लत कॉउन्सिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा किआने वाले लोक सभा चुनाव में आईएमसी 3c country, community, constitution देश,कौम,और संविधान के सिद्धांत पर चलते हुये सेकुलरिस्म में मुसलमानों की अहम भूमिका को ध्यान में रखकर काम करेगी और सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी को समर्थन देकर विजय दिलाने को द्रढ संकल्प हैं ।मुसलमानों को सबसे बड़ा खतरा भाजपा और कांग्रेस से है ये दोनो पार्टीया एक ही सिक्के के दो पहलू है ।
हुकुमत के लिये भाजपा खुलकर आर एस एस के इशारे पर जम्हूरियत और मुल्क को ख़तम कर रही है और कांग्रेस अंदर खाने आर एस एस का समर्थन कर रही है ! यही वजह है कांग्रेस गठबंधन से अलग है । काँग्रेस के शास न मैं मुसलमानो के साथ बहुत नाइंसाफी हुई हैं। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट लागू नही की ! ये कमेटी इसलिये नही बनाई की मुसलमानों से हमदर्दी थी बल्कि आर एसएस और कांग्रेस का परदे के पीछे से मुसलमानों की तालीम,तिज़ारत और नोकरी में निचले स्तर पर लाने का समझौता था ।अगर सच्चर कमेटी का गठन मुसलमानों के उत्थान के लिये किया होता तो उसको लागू करते दिल्ली में भी केजरीवाल सरकार कर साथ कांग्रेस ने कोई गठबंधन नही किया ।आई एम सी साम्प्रदायिक ताकतों को हुक़ूमत से दूर रखने के लिये गठबंधन का साथ देगी औऱ मायावती और ममता बनर्जी मैं से कोई एक प्रधान मंत्री हो सकता हैं ! उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठ बन्धन ,बिहार में आर जे डी ,बंगाल में ममता बनर्जी,और टी एम सी,दिल्ली आप ,केरला में यूडीएफ,महाराष्ट्र में इन सी पी गठबंधन,तेलंगा मैं टी आर एस ,कर्नाटक मैं जे डी एस, आंध्र में वाई आर एस गठबंधन पर आई एम सी अपना समर्थन देगी।और बरेली में गठबंधन के भगवत सरन गंगवार,और आंवला लोकसभा से रुचि वीरा को समर्थन देने की घोषणा की।