नरमू एवं एआईआरएफ की ऐतिहासिक जीत। कराई गई रात्रि ड्यूटी भत्ते कटौती की वापसी के आदेश।
एन. ई. रेलवे मजदूर यूनियन ने रेलवे कर्मचारियों की अक्टूबर माह में रात्रि ड्यूटी भत्ते के रूप में काटी गई 10 प्रतिशत धनराशि के विरोध में दिनाँक 04.10.20 को मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय प्रांगण में (पीएनबी बैंक के समक्ष) धरना दिया था।
धरने में नरमू के केंद्रीय अध्यक्ष बसन्त चतुर्वेदी ने कहा कि जब रेलवे बोर्ड द्वारा कर्मचारियों की कटौती किये जाने के कोई आदेश पारित नही किये गये हैं तो फिर किस आदेश के तहत कटौती की गई है। उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड के आरबीई नंबर 36/2018 और 83/2018 में कहा गया है कि एनडीए, रेल सेवक नियम-2005 के साथ भारतीय रेलवे अधिनियम 1989 के अध्याय XIV के तहत वर्गीकृत गैर – राजपत्रित रेलवे सेवकों की श्रेणियों के लिए स्वीकार्य है और एनडीए का भुगतान कर्मचारी के मानसिक तथा शारीरिक थकावट के रूप में दिया जाता है, क्योंकि रात्रिकालीन ड्यूटी प्राकृतिक जैविक घड़ी के खिलाफ है।
साथ ही इस कटौती को किये जाने से इज़्ज़तनगर मण्डल में कार्यरत कर्मचारियों में काफी रोष है तथा कर्मचारियों के साथ अन्याय है। कर्मचारियों की इसी परेशानी को देखते हुये नरमू ने एनडीए के विरोध में धरने के माध्यम से अपना विरोध प्रकट किया था।तत्पश्चात इस संबंध में केंद्रीय अध्य्क्ष बंसन्त चतुर्वेदी,मंडल मंत्री कामरान अहमद तथा मंडल अध्य्क्ष सुरेंद्र सिंह मलिक द्वारा एक ज्ञापन मंडल रेल प्रबंधक इज़्ज़तनगर को दिया गया।जिस पर मण्डल रेल प्रबंधक इज़्ज़तनगर द्वारा कहा गया कि जो कटौती की गयी है उसे बोर्ड से ऑर्डर आने के बाद वापस वेतन में लगा दिया जाएगा।ऑल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन ने रेलवे बोर्ड पर दबाव बना कर कटौती बंद किए जाने के आदेश जारी कर दिए है। अब मंडल रेल प्रबंधक महोदय ने काटी गयी रक़म कर्मचारियों के नवंबर माह के वेतन में लगाने के आदेश दे दिए है।कटौती वापसी को लेकर कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ उठी।और कर्मचारियों ने नरमू एवं एआईआरएफ का आभार व्यक्त किया एवं केंद्रीय अध्य्क्ष, मंडलमंत्री,मण्डल अध्य्क्ष व अन्य पदाधिकारियों का धन्यवाद किया।यह जानकारी नरमू के मीडिया प्रभारी आरिफ हुसैन ने दी है।
ब्यूरो रिपोर्ट ऑल राइट्स न्यूज़ !