अरकान-ए-हज में सीखा हज का तरीका
आज सिविल लाइन स्थित ख़लील हॉयर सेकेंड्री स्कूल में अरकान ए हज प्रोग्राम का आयोजन किया गया, बरेली हज सेवा समिति के अध्यक्ष पूर्वमंत्री अताउर्रहमान ने कहा कि हज यात्रा केंद्र सरकार को सस्ती करने की ज़रूरत हैं ताकि कम पूंजी वाले आजमीन भी हज का फर्ज आसानी से अदा कर सके।
ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी डॉ जगमोहन सिंह ने कहा कि हर हज यात्री को प्रशिक्षण व टीकाकरण शिविरों में हाजियो की सेवा की जा रही हैं, 5 जुलाई तक शिविर जारी रहेंगे। समिति के संस्थापक पम्मी खाँ वारसी ने कहा कि हर आज़मीन हरम शरीफ में दुआँ कर खुश रहने की दरख्वास्त करते हैं। डिप्टी सीएमओ डॉ डीपी सिंह ने बताया कि 528 हज यात्रियों का टीकाकरण करके मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किये गये। हज ट्रेनर हाजी यासीन कुरैशी ने हज के अरकान एवं एहराम बांधने का तरीका बताया।आज़मीन ए हज इस तरह से हज का फ़र्ज़ अदा करेंगे। 8 ज़िलहज को एहराम बाधकर हज की नीयत करके बसों के जरिये मिना रवानगी,दिन भर की नमाज़े मिना में अदा करना है।9 ज़िलहज की सुबह फ़ज़्र के बाद अराफात रवानगी।अराफात में क्याम के साथ जोहर और असर की नमाज़े खुत्बा के बाद मगरिब तक क्याम।मगरिब की नमाज़ पढ़े बगैर अराफात से मुज्दल्फा रवानगी।रात में क्याम।मगरिब और इशा पढ़ना है।शैतान को मारने के लिये 49 कंकरी बीनना है।10 ज़िलहज सुबह फ़ज़्र की नमाज़ के बाद मुज्दल्फा से मिना रवानगी।वहाँ पहुँचकर एक शैतान को 7 कंकरी मारना।कुर्बानी करना।हल्क करना।काबे की तवाफ़े ज़ियारत करना।वापस मिना आकर क्याम करना।11 ज़िलहज नमाज़ ए फ़ज़्र के बाद तीनों शैतान को 7-7 कंकरी मारना।मिना में ही इबादत करना।12 ज़िलहज नमाज़ ए फ़ज़्र के बाद तीनों शैतानो को 7-7 कंकरी मारना।हज मुकम्मल हुआ और अपने अपने कमरों पर वापस जाना है।क्यूज़ प्रोग्राम में आज़मनगर की नूरी कुरैशी ने पहला इनाम उमराह का टिकट जीता, सदा ए हरम के जावेद साबरी ने टिकट सौपा। इस मौके पर ई अनीस अहमद खां,क़दीर अहमद,हाजी उवैस खान,साकिब रज़ा खान,नजमुल एसआई खान,मोहसिन इरशाद,मो फैज़ान,प्रचार्य मो शरीफ,मिर्ज़ा शादाब बेग,अतीक निज़ामी,इंतेज़ार हुसैन,नईम खान,फरीद,साजिद,शराफत मियां,असलम,प्रो.शफीकुद्दीन,निहाल खान,अहमद उल्लाह वारसी,शाहिद रज़ा नूरी,हाजी ताजुद्दीन,अतीक हुसैन चाँद,पार्षद आरिफ कुरैशी,अहमद खान टीटू आदि ने हज यात्रियों की खिदमात में सहयोग करा।