हेमामालिनी : ड्रीमगर्ल से सांसद बनने तक का सफर
बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी का जन्म 16 अक्टूबर 1948 को तमिलनाडु के आमानकुंडी में हुआ था. अपने चार साल के लंबे करियर में उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है. लेकिन अपने इस लंबे करियर में उन्हें कई मुसीबतों का भी सामना करना पड़ा. हेमा मालिनी ने इंडस्ट्री में कदम रखा ही था कि एक तमिल निर्देशक श्रीधर ने यहां तक कह दिया था कि उनमें स्टार अपील नहीं है. हेमा मालिनी ने वर्ष 1968 में फिल्म ‘सपनों का सौदागर’ से की थी.
हेमा मालिनी की मां जया चक्रवर्ती फिल्म निर्माता थीं. घर में फिल्मी माहौल होने के कारण इनका झुकाव शुरू से ही फिल्मों की ओर था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा चेन्नई से की थी. ‘सपनों के सौदागर’ बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही लेकिन दर्शकों ने हेमा मालिनी को एक अभिनेत्री के तौर पर पसंद किया.
वर्ष 1970 में आई फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ से हेमा मालिनी को अपनी पहली सफलता हासिल हुई. इस फिल्म में उन्होंने देवानंद और उनकी जोड़ी के खासा पसंद किया. वहीं हेमा मालिनी को सफलता के शिखर तक पहुंचाने में निर्माता-निर्देशक रमेश सिप्पी की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही.
दर्शकों ने बड़े पर्दे पर हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की जोड़ी को खासा पसंद किया. दोनों ने फिल्म ‘शोले’ में साथ काम किया था जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया था. वर्ष 1975 हेमा मालिनी के करियर का एक अहम मोड साबित हुआ. इस वर्ष उनकी ‘सन्यासी’, ‘धर्मात्मा’, ‘खूशबू’ और ‘प्रतिज्ञा’ जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुई.
उन्होंने वर्ष 1981 में धर्मेंद्र से शादी की थी. हेमा मालिनी एक बेहतरीन अभिनेत्री के साथ-साथ एक शानदार डांसर भी है. हेमा मालिनी को फिल्मों में उल्लेखनीय योगदान के देने लिए वर्ष 2000 में वह पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित की गयीं. उन्होंने अपने करियर में लगभग 150 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.
हेमा मालिनी फिलहाल राजनीति में सक्रिय हैं. वे मथुरा से लोकसभा की सांसद हैं. वहीं हेमा जल्द ही एकबार फिर फिल्म ‘शिमला मिर्च’ से नजर आयेंगी.