हाथरस – होली की वजह से मीठे जहर का कारोबार शुरू, मिलावटी मिठाई से रहें दूर
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मिलावट का खेल बहुत जोरों से चल रहा है। वह भी बिना किसी डर के। मिलावट करने वाले माफिया खाने पीने की अधिकतर चीजों में मिलावट करके लोगों की जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। लोगों को इसी की वजह से गम्भीर-गम्भीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है मिलावट का खेल बहुत बड़े स्तर पर चल रहा है। मिलावटी सामान इस जिले में नहीं बल्कि इस जिले से दिल्ली तक भी भेजा जाता है। परन्तु जिले के जिम्मेदार अधिकारी लोगों के साथ हो रहे धोखाधड़ी के खेल को बन्द नहीं करना चाहते हैं , लेकिन ये एक गम्भीर विषय है।
बिजली काॅटन मिल चौराहे की बात करें, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि यहां पर मिठाईयों के नाम पर लोगों को मीठा जहर बेचा जा रहा है। वह भी खुलेआम खास बात तो यह है कि यहां पर अधिकतर मिठाइयां पूरी तरह से नकली व जहरीली है लेकिन क्या करें यह चलता हुआ रोड है, क्योंकि यहां से अधिकतर मुसाफिर मिठाइयां खरीदते हैं जोकि बाहर शहर चले जाते हैं। इस वजह से इनकी शिकायत कोई नहीं करता है।
आखिर क्यों है इतनी सस्ती मिठाई?
इस चौराहे पर सस्ते दामों पर मिठाई बेची जाती है। क्योंकि इन मिलावट खोरों के पास कई मिठाइयां नकली व जहरीली है जोकि सस्ते रेटों में बन कर तैयार हो जाती है। इसी वजह से यहां पर सस्ती मिठाइयां बेची जाती है।
कहां से आती है नकली लाॅज और सोनपपड़ी
नकली व जहरीली लाॅज और सोन पपड़ी आजकल बड़े पैमाने पर गांवों में तैयार की जा रही है और लाॅज को 120 रु- प्रति किलो और सोनपपड़ी लगभग 50 रु- प्रति किलो के हिसाब से बाजार में बेची जा रही है उन्हीं नकली और जहरीली मिठाइयों को इस चौराहे पर ,एक दुकानदार खरीदता है और सस्ते दामों में खरीद कर लाॅज को 220 रु- प्रति किलो व सोनपपड़ी को 100 रु- प्रतिकिलो के हिसाब से दुकान पर बेच रहा है जो कि जनता के साथ,एक बड़ा धोखा है।
दुकान पर पहले भी पड़ा था छापा
बात हम बिजली काॅटन मिल चौराहे पर बनी मिठाइयों की दुकानों की करें तो यह तो साफ है कि शायद प्रशासनिक अधिकारियों को इन दुकानों की ज्यादा जानकारी नहीं है अन्यथा दुकानों पर नहीं बिकता नकली व जहरीला सामान। क्योंकि इस चौराहे पर ,एक दुकानदार तो खुलकर नकली व जहरीली मिठाइयां बेच रहा है। उसको इस बात को कोई डर भी नहीं है क्योंकि कुछ दिन पहले भी इस दुकान से मलाई के लड्डुओं का सैंपल भरा गया था, जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई इसी वजह से यह दुकानदार खुलेआम कहता है कि मेरी सैटिंग विभाग से जुड़े बड़े अधिकारियों से है और त्योहारों पर उनकी सेवा भी की जाती है।
अधिकारियों की प्राणली पर लग रहे प्रश्नचिन्ह
इस चौराहे पर पनपते इन दुकानदारों ने प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्राणली पर प्रश्नचिन्ह लगाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है, क्योंकि रोजाना ही दुकान पर ग्राहकों की नकली व जहरीली मिठाइयों को खरीदने पर उनकी शिकायत करने पर फजीहत होना आम बात सी हो गई है। परन्तु दुकानदार अपने सभी साथियों के साथ दुकान से उतर कर ग्राहक से लड़ने को तैयार हो जाता है, कभी-कभी तो मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं, जिस की वजह से ग्राहक वहां से चला जाता है।
हाथरस का नाम हो रहा बदनाम
यह जिला मिठाइयों के बनाने में नम्बर ,क पर आता है यहां की मिठाइयां खाने को देश के हर कोने में रहने वाले लोग तरसते हैं और जब भी वह हाथरस आतते है या उनका कोई रिश्तेदार यहां से उनके पास जाता है तो मिठाइयां जरूर ले जाता है, क्योंकि यहां से अच्छी व स्वादिष्ट मिठाइयां कहीं नहीं मिलतीं। पर इस बात का फायदा कुछ मिलावटखोर उठा रहे हैं जो कि नकली व जहरीली मिठाइयों को बनाकर ग्राहकों को बेच रहे हैं। जिस की वजह से हाथरस बदनाम होने लगा है।
फैलती है गम्भीर बीमारियां
नकली मिठाइयां इतनी जहरीली है कि इनको खाने से गुर्दे खराब होना, फूड प्वाइजनिंग, कैंसर, और दिमाग की गम्भीर बीमारियां हो सकती हैं लेकिन फिर भी खाद्य विभाग के अधिकारी इस दुकान पर छापेमारी कर कार्यवाही क्यों नहीं करना चाहतेत है यह कह पाना मुश्किल है। अगर जल्द ही जिम्मेदार अधिकारियां ने दुकान पर बिकने वाली मिठाइयों का सैंपल भर कर इनको नष्ट नहीं कराया और कड़ी कार्यवाही नहीं की तो यह दुकानदार और अखिक मीठा जहर बेचेगा।
Hello All rights Magazine,
Ref : Post heading at Twitter handle as well as on your portal “हाथरस – होली की वजह से मीठे जहर का गोरखधंधा शुरू, मिलावटी मिठाई से रहें दूर”
My name is Vishva Pratap Garg and my fellow Devendra Parmar are devotees of Guru GorakshNathJi.
This mail is in connection to a feedback we both wants to share with respect to word “गोरखधंधा” being used repeatedly without knowing About Guru Gorakh.
Sir, Guru Gorakh is Yogic menifestation of Lord Shiva. Associating Guru Gorakh with any Immoral activity or any धंधा is like an act of Disrespecting the glory & dignity of Lord Shiva only. When a devotee worships Lord Shiva in Guru Swaroop than Lord is known as Guru Gorakh nath & this happens at the supreme will of Lord Shiva only. We immensely believe this is the highest & supreme form Lord Shiva.
Sir, bringing in your kind notice publishing words like “गोरखधंधा” hurts the religious sentiments of devotees of Lord Shiva. If you keep this aspect in mind & take this request in right spirit & refrain using this word time & again keeping a large audience base your good News channel has, we are sure viewers would be able to connect with your news much better.
Hope you would modify the word suitably with some other word.
Alakh Niranjan…!!!