गुजरात चुनाव को रोचक बनाते राहुल
गुजरात चुनाओं में इस बार की राहुल गांधी की मौजूदगी के चलते एकतरफा चुनाव नहीं हो रहे हैं, जैसा कि पहले होता था। गुजरात के गढ़ में अब तक सिर्फ बीजेपी की तूती बोलती आई है लेकिन अब सीधी टक्कर दे रहे राहुल के चलते गुजरात चुनाव रोचा मोड़ पर पहुँच चुके हैं। इतना ही नहीं राहुल कई मोर्चों पर खुद को साबित करने के लिए सक्रिय भी दिख रहे हैं। इसी मुहीम में वे महिला बिल को भे एपास करवाना चाहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व देना और राजनीति में उनकी भागीदारी बढ़ाना उनके अजेंडे का प्रमुख हिस्सा रहेगा। अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी ने बुधवार को सबसे पहले महिला कांग्रेस के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर कहीं न कहीं यह संकेत देने की कोशिश की कि वह देश की राजनीति और पार्टी में महिलाओं की भूमिका और प्रतिनिधित्व को लेकर कितने संजीदा हैं? राहुल ने कहा कि महिला बिल को लेकर कांग्रेस पूरे देश में जीएसटी से ज्यादा उग्र अभियान चलाएगी। वह सरकार पर इस बिल को पास कराने का दबाव बनाएगी। राहुल ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस इस मामले में सरकार के सामने कोई विकल्प छोड़ेगी ही नहीं। सरकार को इसे पास करना ही होगा।
महिला कांग्रेस के कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचीं महिला वर्कर्स को भरोसा दिलाते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष पद से महिला प्रतिनिधित्व खत्म हो रहा है, ऐसे में उसकी भरपाई हमें आने वाले समय में राज्यों में ज्यादा से ज्यादा महिला सीएम बनाकर करनी होगी। हर मोड़ पर, हर स्तर पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व और भूमिका बढ़ानी होगी। उन्हें चुनाव लड़वाना होगा। राहुल कहा कि जहां एक ओर कांग्रेस ने हमेशा से पार्टी में महिलाओं को उचित भागीदारी दी, वहीं बीजेपी और संघ में कभी महिलाओं को जगह नहीं मिली। राहुल ने कहा कि संघ ने कभी अपने यहां महिलाओं को जगह नहीं दी, कभी उनका सम्मान नहीं किया। हमें देश भर में कांग्रेस की इस विचारधारा को फैलाना है कि कांग्रेस महिला अधिकारों के लिए हमेशा खड़ी रहेगी।