सेविका-सहायिका के 15 सूत्री मांगों को ठुकरा कर सरकार ने अपने पैरों में मारी है कुल्हाड़ी:-जिला महासचिव स्नेहलता
~आंगनबाड़ी केंद्रों पर होने वाली रूबेला टीकाकरण का सेविका-सहायिका करेगी विरोध
~प्रधान सचिव से पुनः वार्ता विफल होने के बाद आंगनबाड़ी संघ ने सरकार को दी चेतावनी
~संघ ने सरकार के विरोध अगली कार्रवाई के लिए सेविका-सहायिका को दिया निर्देश
जमुई:-बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिला महासचिव स्नेहलता ने बताई कि सोमवार 24 दिसंबर को संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुमारी गीता और प्रधान सचिव समाज कल्याण की वार्ता एक बार पुनः विफल हो गई।सेविका-सहायिका के मांगों को सरकार मानने से इनकार कर दी।सरकार हमलोगों की 15 सूत्री मांगों की अनदेखी कर रही है।आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कुमारी गीता ने इसकी जानकारी दूरभाष पर देते हुए बताई की लातों का भूत बातों से नहीं मानेगी इसलिए अगली रणनीति के लिए सेविका और सहायिका को कमर कसकर तैयार रहने की सलाह दी।
उसके बाद जमुई जिला महासचिव स्नेहलता ने सभी सेविका सहायिका को 20 दिसंबर की धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कही कि अगली कार्रवाई के लिए सरकार से डट कर सामना करने के लिए तैयार रहें।जल्द ही अब पूरी जोर-शोर से सरकार का विरोध हमारे संगठन द्वारा किया जाएगा तैयार हो जाए आज लगातार 20 दिन पूरे होने के बाद भी सरकार किस तरह टस से मस नहीं हो रही है गर्भवती और धात्री महिलाएं,नवजात बच्चे आईसीडीएस से मिलने वाले सारे लाभ से वंचित हैं।सरकार हमारी मांगों को ठुकराकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है।इसकी सजा सरकार को भुगतनी पड़ेगी।यदि सरकार ने हमारी नहीं सुनी तो 15 जनवरी को आंगनबाड़ी केंद्रों पर होने वाले रूबेला टीकाकरण को पूर्ण रूप से प्रभावित किया जाएगा और उसकी जवाबदेही सरकार की होगी।