31 मई को रूपहले परदे पर आएगी ‘फोर्टी प्लस’
मुंबई: मज़ा लेने की कोई उम्र नहीं होती लेकिन लोगों के एक बड़े वर्ग का मानना है कि ज़िंदगी का असली मज़ा तो जवानी में हैं। जवानी में ही युवा वर्ग बड़े सपने लेता हुआ मायानगरी तक पहुंचता है, जिनमें अधिकांश लड़के-लड़कियां संघर्ष के कंटीले रास्तों पर चलते हुए हताष होकर लौट जाते हैं।
वैसे तो बॉलीवुड पर कई फिल्में बनी हैं लेकिन यशबाबू एंटरटेन्मेंट के बैनर तले बनी निर्माता राजिंदर वर्मा की फिल्म ‘फोर्टी प्लस’ बॉलीवुड से जुड़ी होने के बावजूद कॉन्टेंट के तौर पर बाकी फिल्मों से अलग हटकर है।
निर्माता-निर्देशक राजिन्द्र वर्मा ने कहा कि फिल्म की कहानी ‘फोर्टी प्लस’ के उन लोगों पर आधारित है, जो मुम्बई में स्ट्रगल करने आते हैं और निराशा के शिकार हो जाते हैं। सब शाहरुख-सलमान को देखकर तो आते हैं, मगर उनके पीछे का स्ट्रगल को कोई नहीं देखता है। हमने इसमें उसी को दिखाने की कोशिश की है। फिल्म की एक खास बात और ये है कि हर कोई ऐसी फिल्में पुरूषों को लेकर बनाते हैं। मगर हमने इसमें महिलाओं को लेकर बनाया है। सही मायनों में यह वीमेन ओरिएंटेड फिल्म है। फिल्म की कहानी बेहद अच्छी है, जो समाज में महिलाओ के साथ होने वाले एकतरफा व्यवहार पर चोट करेगी। इसमें मुख्य भूमिका में हैं हरियाणवी की मशहूर अभिनेत्री सुनीता डाबर और अन्नू भाटिया। इसके अलावा मोनिका सिंह, साजिदा खान, विपिन, अशवनी, हंसी परमार, रेनू पराशर बेबी मायरा भी फिल्म में नजर आएंगी। अनामिका गौड़ के गीतों को संगीत से सजाया है विशाल शिल्के ने। फिल्म 31 मई को प्रदर्शित होने जा रही है।
-अनिल बेदाग-