सप्ताह में लगातार पांचवीं बार उत्पाद विभाग ने भारी मात्रा में शराब किया बरामद,साथ मे तीन तस्कर भी गिरफ्तार

~वाहन में मिला 45 कार्टून लगभग साढ़े चार लाख रुपये का शराब

~गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग की टीम को मिली कामयाबी

~प्लास्टिक के बोरे से छिपा कर गिरिडीह से बेगुसराय ले जाया जा रहा था शराब की बड़ी खेप

जमुई:-एक सप्ताह में लगातार पांचवीं बार उत्पाद विभाग के द्वारा अवैध शराब की बड़ी खेप को पकड़ने में कामयाबी मिली है।शराब माफिया के मंसूबे पर पानी फेरते हुए उत्पाद विभाग की टीम लगातार शराब की बड़ी खेप को बरामद कर रहे है लेकिन फिर भी शराब माफिया अपने गोरख धंधों से बाज़ नहीं आ रहे हैं।शराब माफिया अवैध शराब की तस्करी के लिए अलग-अलग हतकंडे अपना रहे हैं।कभी वाहन में बॉक्स बना कर तो कभी सब्ज़ी,चुना,रुई के नीचे से शराब की तस्करी करते नज़र आ रहे हैं।इतना ही नहीं कुछ दिन पहले तो एक वाहन में प्रेस की स्टीकर लगा कर शराब की तस्करी करते दिखे।साथ ही शराब माफिया ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस अवैध धंधे में एम्बुलेंस को भी निशाना बना लिया था और महज दो दिन पहले ही मरीज की जगह स्ट्रेचर पर शराब रख कर तस्करी की जा रही थी।जिसे उत्पाद विभाग द्वारा एम्बुलेंस सहित शराब को जब्त किया गया था।

मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि 407 ट्रक पर झारखंड के गिरिडीह जिले से बिहार के बेगूसराय जिले शराब की खेप ले जाई जा रही है।सूचना के बाद उत्पाद विभाग की एक टीम बनाई गई।टीम में उत्पाद विभाग के सूचना के बाद उत्पाद विभाग की एक टीम गठित किया गया।टीम में मुख्य रूप से एएसआई मधुसूदन,इंस्पेक्टर अंकेश राय सहित उत्पाद सिपाही रंजीत,उत्तम,गौतमआदि को शामिल किया गया।और सोनो के कालीपहाड़ी के समीप वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था जिस दौरान 10c 7393 ,407 ट्रक वाहन को जब जांच किया गया तो ट्रक पर खाली प्लास्टिक का बोरा लदा हुआ था।जब बोरे को हटा कर देखा गया तो उसके अंदर 45 कार्टून विदेशी शराब मिला जिसे वाहन सहित जब्त किया गया और साथ ही चालक और दो शराब तस्कर को गिरफ्तार किया गया।

आगे उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि ट्रक चालक की पहचान झारखंड के गिरिडीह जिले निवासी धीरन गो और शराब तस्कर की पहचान बेगुसराय जिले के बरौनी निवासी बमबम राय और अमरजीत सिंह के रूप में हुई है।जबकि बताया जाता है कि शराब तस्कर ही वाहन मालिक है।

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