50 वर्षों से पूजा , भजन के साथ ही भण्डारे का आयोजन किया जाता है श्री श्याम मंदिर में
बरेली के श्री श्याम मंदिर में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया।
मंदिर में पिछले 50 वर्षों से लगातार पूजा , भजन के साथ ही भण्डारे का आयोजन भी किया जाता है। गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है जिसके कारण गोवर्धन पूजा का पर्व दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है इस दिन ब्रिज के देवता कहे जाने वाले गिरिराज भगवान पर्वत को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अन्य अन्नकूट का भोग लगाया जाता है। जिस कारण इसे अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि विधि पूर्वक इस त्यौहार को मनाने से सुख-समृद्धि आती है। इस दिन लोग अपने घर के आंगन में गाय के गोबर से एक पर्वत बनाते हैं जिसे जल मौली रोली चावल फूल दही अर्पित कर तथा तेल का दीपक जलाकर उसकी पूजा की जाती है। इसके बाद गोबर से बने इस पर्वत की पद परिक्रमा लगाई जाती है इसके बाद ब्रज के देवता गिरिराज भगवान को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अन्नकूट का भोग लगाया जाता है।
भोग के बाद सभी लोगो मे प्रसाद बतौर भंडारा किया गया। जिसमें काफी लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया।