बरेली में बाढ़: रामगंगा के आस-पास तीन तहसीलों में खतरा, जलस्तर बढ़ने से कटान शुरू

बरेली (हर्ष सहानी) : उत्तर प्रदेश के बरेली में बाढ़ का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। कोसी और किच्छा नदी से पानी छोड़े जाने के बाद बुधवार को 300 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे। मगर अब भी यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को रामगंगा के आस-पास तीन तहसीलों के करीब 500 गांवों पर खतरा मंडरा रहा है। जलस्तर बढ़ने की वजह से रामगंगा का कटान शुरू हो गया है। जिसकी वजह से इन गांवों में भी पानी भरना शुरू हो चुका है। प्रशासन की तरफ से लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा जा रहा है

गुरुवार को अलर्ट प्वाइंट पर रामगंगा

कोसी और किच्छा नदी से लगातार पानी छोड़े जाने की वजह से बरेली में भी रामगंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। बैराज के सभी दरवाजे खोलने के बाबजूद भी पानी नहीं निकल पा रहा है। गुरुवार को बरेली में रामगंगा अलर्ट प्वाइंट पर पहुंची गई। विभागीय आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को रामगंगा का जलस्तर 160.90 मीटर था। लगभग में 161 मीटर कहा जा सकता है। रामगंगा का 161 मीटर पर ही अलर्ट प्वांट है। जो कि खतरे के निशान से केवल दो मीटर ही नीचे है। बरेली रामगंगा का 163 मीटर जलस्तर होने पर खतरा है

शाम तक पार हो सकता है, खतरे का निशान

बताया जा रहा है कि यदि पानी का स्पीड यही रही तो शाम तक रामगंगा खतरे का निशान भी पार कर सकती है। जिसकी वजह से शहर के आस-पास भी बाढ़ की संभावना बढ़ सकती है। फिलहाल तो तीन तहसीलों के करीब 500 गांव पर खतरा मंडरा ही रहा है। प्रशासन लगातार गांव पर नजर बनाए हुए है। टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है।

इन तहसीलों पर सबसे ज्यादा खतरा

बाढ़ खंड विभाग के अनुसार बरेली की फरीदपुर, आंवला और मीरगंज तहसील के गांव खतरे में है। क्योंकि यह गांव रामगंगा के आस-पास बसे हुए है। जिसकी वजह से इन पर सबसे ज्यादा खतरा है। उधर, फरीदपुर की तरफ रामगंगा का कटान शुरू होने की वजह से सबसे पहले फरीदपुर के गांव प्रभावित होने की आंशका है

बरेली की किसी तहसील में कितने गांव एक नजर में

तहसील गांव
बरेली 351
आंवला 326
बहेड़ी 385
मीरगंज 217
नबावगंज 297
फरीदपुर 329

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