आज़ाद भारत की पहली महिला को उसके प्रेमी के साथ फांसी !
2008 में घटित अमरोहा का बहुचर्चित कांड : 7 लोगों की हत्या : मुज़रिम शबनम और उसके प्रेमी सलीम को फांसी की सज़ा, दया याचिका ख़ारिज
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शबनम के वालिद टीचर थे. वह उन की अकेली लड़की थी. M.A पास करके शबनम शिक्षामित्र की जॉब कर रही थी। गाँव के ही सलीम नाम के लड़के से प्रेम चल रहा था, उसी के लिए 2008 में अपने 2 भाईयों , भाभी, 10 महीनें के भतीजे, माँ-बाप, फुफेरी बहन की कुल्हाड़ी से गला काटकर हत्या कर दी थी।
आज़ाद हिंदुस्तान में यह पहली महिला होगी जिसको 7 लोगों की हत्या के जुर्म में सह अभियुक्त सलीम के साथ फांसी पर लटकाया जाएगा
ये है पूरा मामला
घटना 14/15 अप्रेल 2008 की है. हसनपुर तहसील के गांव बावनखेड़ी के रहने वाले मास्टर शौकत की बेटी शबनम पठान बिरादरी से ताल्लुक रखती थी, वहीं उसका प्रेमी सलीम सैफी बिरादरी से था, जिससे शबनम के परिवार को दोनों के प्रेम में बाधा आ रही थी. घटना की काली रात में सोने से पहले शबनम ने अपने परिवार को चाय में नशे के गोलियां खिलाकर उनको सुला दिया. उसके बाद अपने प्रेमी को फोन करके घर में बुलाकर परिवार के 7 सदस्यों की हत्या कुल्हाड़ी से काट कर दी.
अमरोहा की ज़िला अदालत ने 2010 में फांसी की सजा सुनाई थी
बरेली से मोहम्मद शीराज़ ख़ान की रिपोर्ट !