फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली भिखारिन
हैदराबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें भिखारियों को उठाने गयी पुलिस भी हैरान रह गयी. दरअसल इन भिखारियों में दो बुज़ुर्ग महिलाएं भी थीं लेकिन जब पुलिस ने इन्हें पकड़ा तो वो भी हैरान रह गयी क्योंकि ये भिखारी महिलाएं कोई आम भिखारी नहीं थीं बल्कि ये दोनों पढ़ी लिखी भिखारी थीं.
दरअसल तेलंगाना पुलिस ने 20 अक्टूबर से भीख मांगने वाले पुरूष महिलाओं को पकड़ने का कार्यक्रम चला रही है ऐसे में सड़क पर दिखने वाले किसी भी भिखारी को पकड़ लिया जा रहा है या तो फिर आगे से भीख ना मांगने की चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है. लेकिन जब पुलिस ने इन दोनों महिलाओं को हिरासत में लिया तब इन्होने पुलिस से अंग्रेजी में बहस करनी शुरू कर दी जिसके बाद पुलिस वालों के चेहरे का रंग ही उड़ गया.
दरअसल भिखारियों को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे इस अभियान को डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी के तीन दिन भारत दौरे की वजह से चलाया जा रहा है ऐसे में सरकार नहीं चाहती है कि भिखारियों की वजह से शहर की छवि खराब हो जाए. इसी सिलसिले में यह अभियान चलाया गया और पुलिस के हाथ ये दोनों महिलाएं लग गयी. इस मामले में सबसे हैरानी की बात यह है कि इन दोनों महिलाओं में से एक महिला विदेश में नौकरी कर चुकी है जबकि दूसरी ग्रीन कार्ड धारक है.
तेलंगाना पुलिस ने जब महिलाओं से पूछताछ की तो एक चौंकाने वाली बात सामने आई। 50 साल की फरजोना ने बताया कि उसने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढाई की है और लंदन में एकाउंटेंट की नौकरी कर चुकी हैं । उनका बेटा अमेरिका में आर्किटेक्ट है।
महिला ने बताया कि उसका घर आनंद बाग में है। कुछ समय पहले उनके पति की मौत हो गई थी। जिसके बाद से वो बहुत डिस्टर्ब चल रही थी। एक तांत्रिक के कहने पर वो दरगाह पर भीख मांगने लगी। इसमें से दूसरी महिला का नाम राबिया बसेरा है और उनके पास अमेरिका ग्रीन कार्ड है इसके अलावा राबिया के पास काफी बड़ी प्रॉपर्टी है. इस महिला के घर में कुछ ऐसा हुआ है जिसके चलते ये काफी परेशान रहने लगी और दरगाह में भीख मांगने लगी. उनका मानना है कि ऐसा करने से उन्हें मानसिक शान्ति मिलती है.
पुलिस ने जो दूसरी महिला को पकड़ा उसका नाम राबिया बसेरा है। उनका कहना है कि उनके पास अमेरिका का ग्रीन कार्ड है। पुलिस को उसने बताया कि उसके पास बहुत ज्यादा प्रोपर्टी है। घर पर प्रोपर्टी को लेकर काफी झगड़ा चल रहा जिससे उनकी मानसिक स्थिति खराब चल रही थी। जिसके बाद रिश्तेदारों ने उन्हें सलाह दी कि वे दरगाह पर जाकर भीख मांगे जिससे उन्हें शांति मिलेंगी।आपको बता दें कि भिखारियों को पकड़ने के इस अभियान में पुलिस अब तक लगभग 1000 भिखारियों को पकड़कर चेरलापल्ली जेल के आनंद आश्रम में शिफ्ट कर चुकी है.