24 घंटे बीतने के बाद भी मृत नक्सली की नहीं हो सकी शिनाख्त
~झारखंड,छत्तीसगढ़ तो कोई चाइना से जोड़ रहे हैं मृत नक्सली का सम्बंध
~बरामद AK-47 पर लिखा था मेड इन चाइना
~अधिकांश नक्सली करते हैं चाइनीज़ हथियार व विस्फोटक का इस्तेमाल
जमुई:-खैरा थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव स्थित कोलजी जंगल में कोबरा ओर नक्सली के बीच हुए मुठभेड़ में मारे गये नक्सली की पहचान के लिए
पुलिस को कड़ी मसक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस ने रविवार की सुवह उसकी
पहचान के लिए जेल के अंदर बंद नक्सली कमांडर सुरंग यादव सहित अन्य
नक्सलियों को मारे गये नक्सली की तस्वीर दिखाकर पहचान करवाने का प्रयास
किया गया। इसके बावजूद उसकी पहचान नहीं हो पाई है।
~~कभी सिद्धू कोड़ा तो कभी पिंटू राणा में दिनभर उलझे रहे लोग
पुलिस मुठभेड़ के बाद मारे गया नक्सली की शिनाख्त को लेकर पुलिस प्रशाशन से लेकर आमलोगों में भी चर्चा का बाजार गर्म था।मारे गए नक्सली के पास से जब AK-47 और SLR रायफल बरामद हुआ तो सभी लोगों की ज़ुबान पर सिर्फ दो ही नाम आ रहे थे।एक सिद्धू कोड़ा तो दूसरा मंटू राणा।इधर पुलिस भी शिनाख्त के लिए एड़ी-चोटी एक कर रही है लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी नक्सली की शिनाख्त नहीं हो पाई है।हालांकि लोगों के दिल मे पिछले 24 घंटे से जो आशंका जताई जा रही थी कि सिद्धू कोड़ा या पिंटू राणा के मारे जाने की जो अफवाह फैला रही थी उसे रविवार की देर शाम एसपी ने गलत बताया।लेकिन अबतक ये पता नहीं चल पाया कि मारा गया नक्सली कौन और कहाँ का रहने वाला है।इधर फैली हुई अफवाह जब झूठी निकल गई तो फिर रविवार के सुबह से ही एक और तीसरे नाम की चर्चा होना शुरू हो गई।अब लोगों के जुबान से सिद्धू कोड़ा या पिंटू राणा नहीं बल्कि झारखंड के नक्सली नेता अरविंद पुजहर के नाम की अफवाह फैल रही है
~सिद्धू कोड़ा और पिंटू राणा के जमावड़े की मिली थी सूचना
वहीं रविवार की देर शाम एसपी जगुन्नाथ रेड्डी ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि गुप्त सूचना प्राप्त हुआ था कि जिले के खैरा थानान्तर्गत बरियारपुर गांव से तीन किलो मीटर की दुरी पर स्थित कोलजी जंगल में हार्डकोर नक्सली पूर्वी बिहार
पूर्वात्तर झारखंड स्पेशल एरिया कमिटि के एरिया कमांडर सिद्धू कोड़ा एवं पिंटू राणा अपने हथियारबंद दस्ते के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की
योजना बना रहा है। इसी सूचना के बाद एसपी ने अभियान दल का गठन किया।
जिसमें कोबरा 207 एवं जिला बल को शामिल कर अभियान शुरू किया। सर्च करते हुए
कोबरा की टीम कोलजी जंगल के समीप पहुंची ही थी की नक्सलियों ने जवानों पर
गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा जवानो ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी की।
~दो घंटे तक रुक-रुक कर चला मुठभेड़,एक कि मौत के बाद दो और नक्सली हुए हैं घायल
इस मुठभेड़ में दोनो ओर से रूक-रूककर करीब दो घंटे तक गोलीबारी होती रही। वहीं मुठभेड़ खत्म होने के बाद जवानों ने सर्च अभियान
चलाया तो एक नक्सली के शव को बरामद किया। साथ ही घटना स्थल के पास फैले
खून के निशान मिलने के बाद दो नक्सलियों को गोली लगने की बात बताई गई।जो अंधेरे का फायदा उठा फरार हो गया।वहीं शव के पास से सीआरपीएफ ने जिस एके-47 हथियार को बरामद किया है वह मेड इन चाईना है। चाईनीज हथियार के बरामद होने से पुलिस महकमा अलर्ट हो गई है।
~AK-47 पर लिखा था मेड इन चाइना,
~छापेमारी में कई बार चाइना के समान हो चुके हैं बरामद
बताते चलें कि नक्सलियों के पास से चाईनीज हथियार मिलने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी नक्सलियों के पास से चाईनीज हेंडग्रेनेड सहित कई हथियार बरामद किया जा चुका है। सर्च में घटना स्थल से एके-47 के अलावा एसएलआर-01 पीस, एसएलआर का जिंदा कारतूस 40 राउंड, एसएलआर का मैगजीन -03 पीस, एके-47 का जिंदा कारतूस- 04 राउंड, एके-47 मैगजीन-01 पीस, नक्सली पैड-117 पीस, पोकेट
डायरी-01 पीस, बारह बोर का जिंदा कारतूस 02 पीस, नक्सली पिठू, 04 पीस
पानी का डब्बा सहित अन्य समाग्री को बरामद किया गया है।
*अपना बचाव करने में असमर्थ हो गया नक्सली
मुठभेड़ में मारा गया नक्सली अपना वचाव नहीं कर सका और अपने बचाव के पक्ष में उस वक़्त असमर्थ हो गया जब सीआरपीएफ के द्वारा चलाई गई गोली उसके एके 47 और
एसएलआर के मैगेजीन में जा लगा जिस कारण मैगेजीन दब गया और गोली उसमें
फंसी रह गई।जिस वजह से नक्सली जवाबी कार्रवाई नहीं कर सका।नक्सली के पास से बरामद तीनो मैगेजीन में गोलियां भरी थी लेकिन मैगजीन दब जाने के कारण वह कारगर नहीं थी।यही वजह है कि नक्सली अपना बचाव
नहीं कर सका और मुठभेड़ में मारा गया।