ईडी दफ्तर के बाथरूम से अचानक गायब हुए CM कमलनाथ के भांजे, कोर्ट तक चला हाइवोल्टेज ड्रामा !
रतुल को अंदेशा हुआ कि ईडी की टीम गिरफ्तार कर लेगी. रतुल ने ईडी दफ्तर में जांच अधिकारी से टॉयलेट जाने की बात
कही. वह टॉयलेट गए और फिर वहां से गायब जो गए.
ईडी की टीम रतुल की तलाश कर रही थी कि शनिवार सुबह मीडिया में रतुल के गायब होने की खबर चलने लगी. उसके बाद ईडी ऑफिस से सफाई आयी कि रतुल के भागने की बात गलत है. रतुल ईडी ऑफिस पूछताछ के लिए आये थे वो टॉयलेट गए और वहां से बिना बताए गायब हो गए. उनको दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. इस बयान के थोड़ी ही देर बाद रतुल पुरी ने दिल्ली के राउस एवेन्यू कोर्ट में अपनी अग्रिम ज़मानत के लिए अर्जी लगा दी. रतुल की तरफ से कोर्ट में 2 जाने माने वकील अभिषेक मनु सिंघवी और विजय अग्रवाल पेश हुए. उन्होंने कहा रतुल पुरी अभी तक 22 बार ईडी के सामने पेश हुए हैं. शुक्रवार को 23वीं बार उन्हें बुलाया गया था. उन्हें यात्रा पर जाना था, लेकिन तब भी वो ईडी के सामने पेश हुए. उन्हें गिरफ्तारी का अंदेशा हुआ. वो लंच करने बाहर गए, लेकिन ED की तरफ से कहा गया कि वो भाग गए.
उनकी पत्नी और बच्चों को धमकाया गया. शुक्रवार रात आठ बजे उनके घर के सीसीटीवी कैमरे चेक किये गए. उन्हें राजनीतिक दुश्मनी का शिकार बनाया जा रहा है, क्योंकि बीजेपी के दो विधायकों ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को सपोर्ट किया. वो सीएम के सीधे ब्लड रिलेशन में हैं, इसलिए अब बदले की राजनीति की जा रही है. उन्हें अगले आदेश तक गिरफ्तारी न होने का प्रोटेक्शन दिया जाए. वहीं ईडी के वकील ने कहा कि इस मामले जांच के लिए बहुत सारी लेटर रोगेटरी विदेश गई हैं जिसका जवाब नही आया है. साथ ही इस मामले की जांच अभी जारी है. इन्हें डर क्यों लग रहा है कि इनकी गिरफ्तारी हो जाएगी. गिरफ्तारी पर रोक न लगाई जाए. इनसे पूछताछ हो रही थी लेकिन इसी बीच ये गायब हो गए. रतुल को पूछताछ में तुरंत शामिल होना चाहिए.
कोर्ट ने रतुल को सोमवार तक गिरफ्तारी से राहत देते हुए उनसे कहा कि आज ही 5 बजे ईडी दफ्तर जाएं और जांच में शामिल हों. रतुल फिर ईडी दफ्तर पहुंच गए हैं. उनसे पूछताछ जारी है. हालांकि उनके वकील कहते रहे कि सोमवार तक रतुल को पूछताछ से भी राहत दी जाए, क्योंकि सोमवार को फिर मामले की सुनवाई होनी है. आपको बता दें कि रतुल पुरी मोज़रबीयर कंपनी के मालिक हैं और बड़े कारोबारी हैं.