दुरूद शरीफ़ और कलमा पढ़ने से मिलेगा सवाब, शहर की सभी मस्जिदों से किया गया ऐलान !
बरेली की मस्जिद से ऐलान किया गया इस बार जुलूस ए मोहम्मदी में डीजे ना बजाने की हिदायत दी गई है ! मस्जिद के इमाम ने शुक्रवार को हुई नमाज के दौरान यह ऐलान किया कि इस बार जुलूस ए मोहम्मदी में डीजे की जगह दुरुद शरीफ और कलमा पढ़ने के लिये कहा है ! मस्जिद से ऐलान के बाद जनसेवा टीम ने एक बैठक की इस बार होने वाले जुलूस ए मोहम्मदी पर चर्चा की गई ! सिविल लाइन कार्यालय पर बैठक कर जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी वारसी ने कहा कि रबी उल अव्वल महीने का चाँद नज़र आते ही दुनिया में पैग़म्बरे इस्लाम नेकियां अच्छाई और सच्चाई लेकर आये हैं !
ये मुबारक़ महीना मुबारको का महीना हैं,हम सबको वो काम करना चाहिए जिससे रब राज़ी हो जाये और रसूल अल्लाह खुश हो,जुलूस ए मोहम्मदी में डीजे और म्यूजिक वाली नाते और कलामों से परहेज़ करें,डीजे पर हज़ारो लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी सवाब नही मिलेगा ! बैठक में ये साफ कहा कि जो सवाब दुरूद शरीफ़ और कलमा शरीफ़ पढ़ने पर मिलेगा,वो डीजे पर खर्च करने वाली रक़म पर नही मिलेगा ! बैठक में लोगो ने कहा कि जो रकम जुलूस के दौरान डीजे पर खर्चे किए जाते हैं वह ना करते हुए को गरीबो और यतीमों पर खर्च किया जाये साथ हर मोहल्ले की अंजुमन डीजे के रुपये से गरीब की बिटिया की शादी और गरीब बच्चों की तालीम पर खर्च करें, ! 21 नवम्बर को जुलूस ए मोहम्मदी शहर में निकलेगा ! हम सच्चे और पक्के आशिके रसूल से अपील करते हैं इस बार जुलूस में डीजे साउंड का इस्तेमाल न करें और उस पर खर्च होने वाली रक़म को गरीबो की भलाई के कामो में खर्च करें ताकि हम रसूल ए पाक की मोहब्बत का इज़हार कर सकें,पैगम्बर ए इस्लाम ने हम सबको सच्चे दीन का रास्तो दिखाया हैं और बेसहाराओं एवं मज़बूरो की मदद करने की सीख दी हैं।रबी उल अव्वल का चाँद मुबारक़, आ गये मददगारों के मददगार हमारे सरकार,साथ शांति सौहार्द क़ायम रखे।शहर की कोतवाली स्थित मोती मस्जिद में तक़रीर करते हुऐ हाफ़िज़ चाँद खान ने कहा कि जुलूस ए मोहम्मदी सरकारे दोआलम की यौमे पैदाईश के मुबारक़ मौके पर निकला जाता हैं,जुलूस सादगी के साथ निकले और डीजे व तेज़ आवाज़ वाले साउंड न बजाये,जुलूस में शामिल लोग वज़ू और नमाज़े अदा करेंगे,रास्ते भर दुरूद शरीफ़ और कलमा शरीफ़ पढ़ते रहे अगर एक बन्दा 100 बार भी दुरूद शरीफ़ और कलमा शरीफ़ पढ़ता हैं तो करोड़ो दुरूद शरीफ़ का नज़राना हम अपने आक़ा को पेश कर सकते हैं।
बरेली शरीफ से मोहम्मद शीराज़ खान की रिपोर्ट !