राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से कुल 85280 वादों का निस्तारण करते हुए धनराशि 25,79,76,389 रुपये की धनराशि वसूल की गई

बरेली ( सत्येंद्र प्रताप सिंह,अशोक गुप्ता )- जनपद न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती रेणु अग्रवाल ने आज प्रातः 10:30 बजे राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपर जिला जज श्री सुनील वर्मा, श्री सत्यदेव गुप्ता, श्री रचना अरोड़ा, श्री अंगद प्रसाद, श्री इफ्तेखार अहमद, श्री अब्दुल कय्यूम, श्री अमित सिंह, श्री तबरेज अहमद, श्री उत्कर्ष यादव, श्री प्रमोद गुप्ता, श्री शिव कुमार, श्री हरी प्रसाद, सीजेएम श्री अतुल चौधरी, सिविल जज श्री हरिश्चन्द्र, श्री मृदांशु कुमार, श्वेता यादव, एसीजेम श्री विष्णु देव सिंह, श्री सत्य प्रकाश आर्या, श्री आशुतोष, श्री देवेंद्र कुमार, श्री विमलेश सरोज तथा रेलवे मजिस्ट्रेट श्री विवेक सिंह उपास्थित रहे।


राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों, विभिन्न बैंकों, बीमा कंपनियों के अधिकारियों, अधिवक्ताओं एवं पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया एवं लंबित वादों का निस्तारण किया।
नोडल अधिकारी/अपर जिला जज श्री इफ्तेखार अहमद ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से विभिन्न न्यायालयों द्वारा 21375 वादों का निस्तारण किया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में अपर सत्र न्यायालय के 1377 वाद, सिविल प्रकृति के 825 वाद, मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 302 वाद, पारिवारिक मामलों के 310 वाद, फौजदारी के 6366 वाद तथा विभिन्न राजस्व न्यायालयों द्वारा 11333 वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते व अभिस्वीकृति के आधार पर किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में 3930 ई चालानों का निस्तारण किया गया।


राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद के अन्य सभी विभागों ने 61,396 प्रकरणों का सफल निस्तारण किया गया।
मोटर दुर्घटना वादों में 7,89,41,000 रुपये की धनराशि प्रतिकर के रूप में पीड़ित पक्षकारों को दिलवाई गई, फौजदारी वादों में अर्थदंड के रूप में 20,42,200 रुपये की धनराशि वसूल की गई तथा दूरसंचार विभाग के 79 वादों का निस्तारण कर 1,29,668 रुपये की धनराशि वसूल की गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री सत्येन्द्र सिंह वर्मा ने बताया कि लोक अदालत के आयोजन में जनपद न्यायालय परिसर में 4 जगह बैंकों के कैम्प लगाए गए, जिसमें विभिन्न बैंकों ने बैंक ऋण से संबंधित 2422 वादों का निस्तारण किया एवं कुल ऋण धनराशि 13,30,68,000 रुपये वसूल की गई।
प्राधिकरण सचिव ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल समझौता धनराशि 25,79,76,389 रुपये रही और 3930 ट्रैफिक चालानों का निस्तारण करते हुए 15,87,450 रुपये की जुर्माना धनराशि वसूल की गई।


पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री हरीश त्रिपाठी, अपर प्रधान न्यायाधीश श्री शैलौज चंद्रा व सुश्री कविता निगम ने लोक अदालत में कुल 310 वादों का निस्तारण कर 4,90,000 रूपये की धनराशि का सेटलमेंट कराया गया तथा प्री लिटिगेशन पारिवारिक मामलों में पारिवारिक न्यायालय की अदालत में 8 दंपत्तियों का समझौता कराकर पुनर्मिलन कराया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री सत्येन्द्र सिंह वर्मा ने बताया कि इस लोक अदालत में विधि छात्रों ने भी प्रतिभाग किया और वादकारियों एवं अधिवक्ताओं के मध्य सर्वे कर प्राप्त जानकारी को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के एप पर दर्ज किया। इस मौके पर वंश चतुर्वेदी, प्रीति, पूजा सिंह, पुष्पेन्द्र यादव, प्रिया आदि विधि छात्र उपस्थित रहे।


लोक अदालत में वादकारियों की सुविधा के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की हेल्पडेस्क भी स्थापित की गई। जिसमें आने वाले वादकारियों को असुविधा से बचाने के लिए ई चालानों तथा अन्य लंबित मामलों के संबंध में जानकारियां हेल्पडेस्क पर मौजूद कर्मचारियों द्वारा प्रदान कराई गई।
राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में समस्त न्यायिक अधिकारियों, बैंक-बीमा कंपनी के अधिकारियों, अन्य न्यायिक कर्मचारियों, पराविधिक स्वयं सेवकों तथा मीडिया कर्मियों का भी योगदान रहा।

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