छापेमारी के दौरान जेल के अंदर आ सकते हैं मीडिया कर्मी,कोई रोक नहीं:-निरीक्षी न्यायधीश,राजीव रंजन प्राo.

~बोले न्यायधीश जेल की खबर से पत्रकारों को रखें अपडेट

~पत्रकारों को जेल गेट के बाहर इंतेज़ार करने की ज़रूरत नहीं,

~बोले न्यायधीश चरमराई सिस्टम की वजह से पत्रकारों रोका जाता था जेल गेट के बाहर

जमुई:-जमुई मण्डल कारा में निरीक्षण के बाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह जमुई के निरीक्षी न्यायधीश राजीव रंजन प्रसाद ने कैदियों के साथ अनियमितता बरतने व जेल के अंदर गंदगी को लेकर जेल सुपरिटेंडेंट सैप्रियन टोप्पो सहित सभी जेल अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।और साथ जेल गेट के बाहर पत्रकारों के खड़े रहने की सूचना पर न्यायधीश ने पत्रकारों को अभिलंब जेल के अंदर लाने के लिए जेल अधिकारियों को आदेश दिया।उसके बाद निरीक्षी न्यायधीश ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए गेट के बाहर खड़े रहने की वजह पूछी।और कहा कि आप लोगों को जेल गेट के बाहर नहीं बल्कि अंदर आना चाहिए था।

न्यायधीश द्वारा मीडिया कर्मियों से गेट के बाहर खड़े होने की वजह पूछे जाने पर मीडियाकर्मियों ने बताया कि पहले हमलोगों को हमेशा जेल के अंदर आने की इजाजत दी जाती थी लेकिन कुछ महीनों से जेल अधीक्षक द्वारा पत्रकारों को जेल गेट के बाहर ही रोक दिया जाता है घंटों इंतेज़ार करने के बावजूद जेल अधीक्षक द्वारा किसी भी घटना की पुष्टि नहीं कि जाती है।जेल में निरीक्षण के दौरान हमेशा मोबाइल,चार्जर व मादक पदार्थ बरामद होते रहते हैं।कुछ दिनों पहले भी एक महिला द्वारा लकड़ी का बॉक्स बनाकर आधा दर्जन मोबाइल लेकर अंदर गई थी जिसे गार्ड द्वारा पकड़ लिया गया था लेकिन जेल अधीक्षक द्वारा इस घटना को भी छुपा दिया गया था।

मीडियाकर्मियों की सारी बातों को सुनने के बाद निरीक्षी अधीक्षक राजीव रंजन प्रसाद ने बगल में बैठे जेल सुपरिटेंडेंट सैप्रियन टोप्पो को फटकार लगाते हुए कहा कि मीडिया कर्मी अगर आपकी कमी को दिखा रहे हैं तो यही आपकी पूर्ति भी करेंगे।उन्होंने जेलर को कहा कि आप भ्रष्ट हो गए हैं।आपके अंदर खामियां ही खामियां हैं जिस वजह से आप मीडिया कर्मी को आने से रोकते हैं।जब आप किसी मामले में उलझियेगा तो आपको यही मीडिया कर्मी की ज़रूरत होगी।मीडिया कर्मी को अंदर आने से रोकने के मतलब आप सभी कर्मी भ्रष्टाचार में संलिप्त हो गए हैं।जिससे मीडिया कर्मी से दूर भागते हैं।आगे उन्होंने जेलर को आदेश दिया कि आइन्दा मीडिया कर्मी को भी अंदर आने और न्यूज़ संकलन के लिए रोका नहीं जाए।और जेल के अंदर सभी क्रिया-प्रतिक्रिया से मीडिया कर्मियों को अवगत करायें।