भारत-नेपाल सीमा पर फल-फूल रहा है नशे का कारोबार
बहराइच।सीमावर्ती इलाके में आये दिन कभी एसएसबी व कभी पुलिस स्मैक तस्करों को पकड़ कर जेल भेजती रहती है।
परंतु क्षेत्र के थोक स्मैक विक्रेताओं तक पुलिस व एसएसबी नही पहुँच पा रही है।जिससे यह कारोबार दिनों दिन यह कारोबार फल फूल रहा है।
स्मैक के करोड़ पति बन चुके थोक विक्रेताओं तक पहुँचने की जहमत सुरक्षा कर्मी न जाने किन कारणों से नही उठाते।गत रविवार व सोमवार को 02 करोड़ 60 लाख की स्मैक सहित पकड़े गए तीनो नेपाली युवक पड़ोसी नेपाली शहर नेपालगंज के ही निवासी हैं।उन्हीं से स्थानीय थाने में रोक कर एसएसबी व पुलिस पूछताछ करती तो वही बताते की स्मैक कहाँ से खरीदी।स्मैक व चरस में इस थाने से जेल जाने वाले व जमानत करा कर लौटे लोग आने के बाद फिर चरम सीमा पर स्मैक के कारोबार में गर्मजोशी से जुट जाते है।ऐसे लोगो के पास आलीशान कोठियां,क्षेत्र में कई भूखंड व कई चार पहियां सहित दो पहियां वाहन हैं।पूर्व में नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए लोगो से पत्रकारों को रूबरू कराया जाता था।अब पुलिस व एस एस बी प्रेस नोट भेज देती है। और वही वाइरल होता रहता है व छपता रहता है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नानपारा से महिलाएं व बच्चे कस्बे में भारी मात्रा में स्मैक लाकर देते हैं।अंतरराष्ट्रीय स्मैक तस्करो का गैंग कैरियर्स को बुला कर उन्हें नेपाल हेतु स्मैक सौप देता है।कस्बे में हुई एक दर्जन से अधिक मौतों की जिम्मेदार स्मैक ही है।इतना ही नही इस सामाजिक कोढ़ के कारण कस्बे व आस पास के गांव ही नही पूरा ब्लॉक नवाबगंज इस जानलेवा नशे की चपेट में है।
लखनऊ से ब्यूरो चीफ राघवेंद्र सिंह(राजू शर्मा) की रिपोर्ट !