कोरोना से डरें नहीं, सतर्क रहें- डॉ अभिनव मिश्र (कोरोना योद्धा- मुंबई)
अमेठी के डॉ अभिनव मिश्र मुंबई महानगर में कोरोना योद्धा की भूमिका में रहते हुए लगातार कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे हैं। उनका कहना है मुझे पूरा भरोसा है कि देश के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की समर्पित फौज कोरोना महामारी को परास्त करने में सक्षम हैं।
मुझे इस बात की खुशी है कि जब कभी कोरोना उन्मूलन की बात होगी तो हमें भी गर्व महसूस होगा कि हम समाज और उसके लोगों के लिए अपना योगदान दे सके थे। मेरी लोगों से यह अपील है कि वे कोरोना बीमारी से घबराएं नहीं, लेकिन इसे हल्के में भी न ले। सतर्कता ही इससे बचाव का जरिया है।
डॉ अभिनव मिश्र मूल रूप से अमेठी के गांव पूरे शीतल के निवासी हैं। उनके पिता राजेश विक्रांत मुंबई में 1990 से पत्रकारिता में सक्रिय हैं और अब तक 11 पुस्तकों का लेखन तथा संपादन कर चुके हैं। मुंबई के अखबार दोपहर का सामना दैनिक के स्तंभकार राजेश विक्रांत के सुपुत्र अभिनव ने शुरुआती शिक्षा बीएल रुइया स्कूल, विलेपार्ले व नेशनल कालेज, बांद्रा में करने के बाद महाराष्ट्र के लातूर के एम आई एम एस आर से प्रथम श्रेणी में एमबीबीएस किया है। नीट पीजी क्वालीफाई हैं। जनरल सर्जरी में पी जी करने के लिए लिस्ट निकलने की प्रतीक्षा है।
1 फरवरी से उन्होंने मुंबई महानगर पालिका के डॉ आर एन कूपर अस्पताल व हिन्दू ह्रदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे मेडिकल कॉलेज के पी एस एम (प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन) विभाग में नौकरी शुरू की। उसी दौरान कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू हो गया। वे कहते हैं कि शुरुआत में मेरी ड्यूटी मुंबई एयरपोर्ट पर लगाई गई थी। उस समय कोरोना बीमारी के बारे में मुझे न ज्यादा जानकारी और न ही अनुभव था। पहले डर लगता था, लेकिन धीरे-धीरे डर निकलता गया। खुद पर भरोसा तो है , लेकिन यह डर था कि कहीं घर में मेरे माता पिता को को मेरी वजह से कोई तकलीफ न हो। कूपर अस्पताल की फीवर ओपीडी में 12 घण्टों तक पीपीई सूट में पसीने से तरबतर रहता था। वहां 15 दिन काम करने के बाद कोरोना के लिए खास तौर से बनाए गए सेवन हिल्स अस्पताल, मरोल में पोस्टिंग हुई। मरीजों का इलाज करते-करते मेरे कुछ सहयोगी भी कोरोना से ग्रसित हो गए। उपचार के बाद वे ठीक भी हो गए। यह देख कर डर पूरी तरह खत्म हो गया। यदि आप को कोरोना के लक्षण दिखते हैं तो तुरन्त अस्पताल संपर्क करें। मेरी लोगों से अपील है सोशल डिस्टेंसिंग, लॉक डाउन, मास्क, सेनिटाइजर आदि का पालन करें। अनावश्यक भीड़ और जमाव न करे।
अमेठी से रविनाथ दीक्षित की रिपोर्ट !