पटना: जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल खत्म, काम पर लौटे डॉक्टर
पटना: जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है और पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) और नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएमसीएच) के जूनियर डॉक्टर आज सुबह काम पर वापस लौट आए हैं। बता दें कि मंगलवार से ही डॉक्टर्स हड़ताल पर थे।
इलाज के अभाव में 13 की मौत
समय पर इलाज नहीं होने से सात साल की वैष्णवी कुमारी ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। लड़की के पिता विनोद मालाकार ने बताया कि बिच्छू काटने के बाद उसे इलाज के लिए एनएमसीएच लेकर आए थे मगर यहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया। डॉक्टरों का कहना था कि वह हड़ताल पर हैं। बताया जाता है कि हड़ताल के कारण तीन दिनों के अंदर 13 लोगाें की मौत हो चुकी है।
पीएमसीएच में ऑपरेशन टले
पीएमसीएच में सुबह सात बजे ही जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी एवं ओपीडी छोड़कर बाहर चले गए। ओपीडी में सीनियर डॉक्टरों ने मोर्चा संभाला। हड़ताल का व्यापक असर ऑपरेशन और इमरजेंसी सेवा पर पड़ा। अस्पताल में सामान्य दिनों में 30 से 40 ऑपरेशन होते हैं, लेकिन गुरुवार को महज 16 ऑपरेशन ही हुए। ओपीडी में 1780 मरीजों को देखा गया, जबकि सामान्यत: यहां पर 2000 से 2200 मरीज आते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री की अपील
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पीएमसीएच और एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों से अपील की थी कि वो हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट आएं। उन्होंने कहा है कि डॉक्टरों की सुरक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं होगा। डॉक्टरों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया था।
राजेश कुमार के साथ सोनू मिश्रा की रिपोर्ट ,पटना (बिहार)