दो वर्षों से वीरान पड़ा प्रखंड का एकलौता मॉडल स्कूल,अबतक नहीं शुरू हो पाई पढ़ाई
जमुई।केंद्र सरकार द्वारा वर्ग नवम से बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक प्रखंड में एक-एक मॉडल स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया।और जिले के सोनो प्रखंड स्थित 3 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत से मॉडल विद्यालय के भवन का निर्माण किया गया, जिसमें विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी।लेकिन शिक्षक तो दूर विद्यालय की देख-रेख करने के लिए एक गार्ड की भी नियुक्ति नहीं हुई है।जिससे विद्यालय असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है।
मालूम हो कि जिला शिक्षा पदाधिकारी बशिष्ठ नारायण झा की पहल पर काफी जद्दोजहद के बाद वर्ष 2014 में राज्य संपोषित उच्च विद्यालय सोनो की जमीन पर प्रखंड मुख्यालय से एक किलोमीटर दूर पेनवाजन के पास मॉडल स्कूल का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया।लोगों को उम्मीदों के पंख लग गए की अब उन्हें अपने प्रखंड में ही बेहतर पढ़ाई की सुविधा मिल सकेगी।वर्ष 2016 के दिसंबर माह में निर्माण कार्य पूर्ण कर ठेकेदार ने विभाग को इस विद्यालय भवन को सुपुर्द कर दिया।हालांकि सभी आधुनिक सुविधाऐं युक्त इस तीन मंजिला विद्यालय भवन में सत्र 2017-18 में अध्यापन कार्य प्रारंभ किया जाना था।पर अचानक से सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया।परिणाम स्वरुप यह सुसज्जित भवन तब से वीरान पड़ा है। विद्यालय भवन को बने हुए लगभग दो साल से अधिक का समय बीत चुका है पर अभी तक यहां पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है।
नहीं है कोई केयरटेकर –
जमुई जिले के सोनो प्रखंड से एक किलोमीटर दूर पेनवाजन गांव के समीप मॉडल विद्यालय भवन का निर्माण किया गया। यह विद्यालय भवन जिस जगह पर बनाया गया है वो जगह काफी सुनसान है।फिर भी इस आधुनिक सुविधाओं से युक्त विद्यालय भवन के लिए किसी केयरटेकर की बहाली नहीं हुई है।जिससे सुनसान पाकर उपद्रवी तत्वों द्वारा विद्यालय भवन को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है।एवं उस जगह के महौल को खराब किया जा रहा है।लेकिन फिर भी संबंधित विभाग तथा प्रशासन के द्वारा इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।जिस पर सैकड़ों ग्रामीणों व छात्र-छात्राओं की नज़र टिकी हुई है।