शिक्षकों से चर्चा प्रारंभ कर हुई संवाद कार्यक्रम की शुरुआत
बरेली (हर्ष सहानी) : जाने माने पत्रकार, उद्यमी और राजनेता डा. पवन सक्सेना के साथ संवाद कार्यक्रम की शानदार शुरुआत हुई। पहले संवाद की शुरुआत हुई गुरूजनों के साथ, जिसमें कई प्रमुख शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया और अपनी बात रखी। शिक्षा जगत की कई समस्याओं पर चर्चा हुई।
शिक्षकों का मानना था कि राजनीति सिर्फ राजनीति के लिए ही नहीं की जाये, मुद्दों पर बात हो और मुद्दों को हल करने की दिशा में काम किया जाये।
संवाद कार्यक्रम की कन्वीनर शिक्षाविद् डा. उजमा कमर जी ने डा. पवन जी का परिचय कराया तथा कहा कि समाज में बदलाव के लिए जो राजनीति में आये हैं, सभी को उनका साथ देना चाहिए। आज राजनीति खराब हो गई है, क्योंकि उसमें अच्छे लोग नहीं आते, अगर पढ़े लिखे और सभ्य समाज का राजनीति में प्रतिनिधित्व चाहिए तब हम सभी को डा. पवन जी जैसे साथियों का साथ देना चाहिए।
डा. पवन सक्सेना के साथ संवाद कार्यक्रम में शिक्षाविद् व आरबीएमआई में शिक्षा विभाग के प्रमुख डा. डी. के शर्मा ने कहा कि एक शिक्षक समाज में बदलाव लाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है, अगर उसे राजनीतिक दिशा मिल जाये तब प्रतिफल अच्छे आते हैं। शिक्षाविद् मोरपाल सिंह जी ने कहा कि देखिये, सिस्टम में बैठे लोग क्या कर रहे हैं, बड़ी तैयारियों के बीच प्रतियोगी परीक्षा होती है और पूरे देश में 125 ठीक से प्रश्न बनाने वाले नहीं मिलते। एक बुक बैंक चला रहे श्री अनूप कुमार वाल्मीकि ने कहा कि वह बुक बैंक के सहारे शिक्षा जगत को अपनी प्रतिभागिता दे रहे हैं। उन्होंने संवाद के लिए भाई डा. पवन सक्सेना जी को बधाई दी।
डीपीएस के शिक्षक रहे मशहूर संगीतज्ञ व कलाकार श्री दयानिधि एंड्रूज ढिल्लो ने कहा कि वह पवन जी को लंबे समय से जानते हैं, उन्होंने राजनीति में कदम रखा है, हम सभी मिलकर उन्हें सहयोग करेंगे । आज पढ़े लिखे व साफ छवि के लोगों का राजनीति में आना जरूरी है। कैंट के साबिरी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल श्री शाहनवाज खान साहब ने कहा कि आज जरूरी है कि समाज में समरसता का रंग घुले तथा धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा कायम रहे। बदायूं के एपीएस इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य श्री रवीन्द्र भट्ट जी ने कहा कि शिक्षा ही ऐसा माध्यम है, जिसके माध्यम से समाज में बदलाव लाया जा सकता है। इस्लामियां इंटर कालेज के शिक्षक फरहान काजी ने शिक्षा के हालात पर रोशनी डाली तथा कहा कि वह पवन भाई से अरसे से प्रभावित व प्रेरित रहे हैं, उम्मीद करता हूं कि पत्रकारिता की तरह आपकी राजनीतिक पारी भी बेहद सफल हो व आपमेशा अपने वादों पर खरे उतरें। पत्रकार व साइलेट न्यूज की प्रधान संपादक शाइस्ता नफीस जी ने कहा कि गुरु की महिमा अपार है, पवन भाई हमेशा सच के साथ खड़े होने के लिए जाने जाते हैं।
शिक्षक सौरभ शुक्ला जी ने कहा कि शिक्षकों से जबरन वह कार्य कराये जाते हैं, जो उनकी गरिमा के खिलाफ होते हैं। शिक्षिका कहकशां नदीम ने कहा कि जब तक हम अपने मन के डर को खत्म नहीं करेंगे कुछ नया नहीं कर सकते। सहारा समय न्यूज़ चैनल बरेली के प्रबंधक आशीष जौहरी ने कहा कि डॉक्टर पवन सक्सेना बहुत ही सरल, सौम्य एवं कुशल व्यवहारिक व्यक्तित्व के व्यक्ति हैं एवं इनकी उपलब्धता समाज के हर वर्ग के व्यक्ति के लिए सदैव बनी रहती है। इस मौके पर डा, प्रसून यादव, काजी फहसन अहमद, गिरीश कुमार, श्रीमती वंदना पॉल, रेनू सक्सेना आदि ने भी विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ पत्रकार एवं उद्यमी डा. राजेश शर्मा ने कहा कि शिक्षक ही ऐसा वर्ग है जो समाज में जागृति लाने का काम करता है। शिक्षा हमेशा ही तरक्की की वाहक बनी है। पवन भाई और हम सभी हमेशा शिक्षा जगत के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
संवाद कार्यक्रम में डा. पवन सक्सेना ने कहा कि मैने बदलाव के लिए राजनीति में आने के लिए संकल्प लिया है, आज जो माहौल है, उसमें भी अगर हम खामोश रह गए तब खुद को क्या जवाब देंगे। इस कार्यक्रम में आये सभी शिक्षक बंधुओं का स्वागत है। मेरा मानना है कि अगर कोई भी सिस्टम या सरकार अपने शिक्षकों, गुरूओं की गरिमा को कायम नहीं रख सकती तब उसको हम पर शासन करने का कोई अधिकार नहीं है। मैं आप सभी के सामने यह संकल्प लेता हूं कि सार्वजनिक जीवन में सदैव मेरी प्रतिबद्धता आपके साथ रहेगी। कार्यक्रम के अंत में शिक्षाविद् डा. उजमा कमर जी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।