डीजीपी के फरमान की कुछ थानेदार उड़ा रहे हैं धज्जियां .
थाने का मोबाइल अपडेट करने की नही मिलती फुर्सत !
सूबे के पुलिस मुखिया ने कमान सम्भालते ही सबसे पहले थाना स्तर के कमर्चारियों को सुधारने की सख्त हिदायत दी थी ,साथ ही उन्होंने आगाह किया था कि पुलिस को जनता से सीधा रिश्ते बनाने होंगे ! यही नही उन्होने थाने का चार्ज सम्भाले थानेदारों को अपने रवैये में सीधे बदलाव लाना होगा और थाने का सरकारी नंबर को व्हाटसअप से जोड़ने के साथ-साथ हर वक्त अपडेट रहना होगा। डीजीपी ओपी सिंह का मानना है कि जनता काफी जागरूक हो चुकी है जो सीधे सोशल नेटवर्किग से जुड़ी हुई है हमे भी चाहिए थाने से लेकर अफसरों तक सभी को अपने सरकारी नम्बर अपडेट रखने होंगे मोबाइल या मेल पर मिलने वाली सूचना को गम्भीरता से लेकर उसका समाधान करना हमारा पहला फर्ज बनता है ! उन्होंने यह भी कहा था कि जो थानेदार या अफसर जिस जगह तैनात होगा वहा उसे अपने सरकारी नंबर की बनी डीपी पर अपना फ़ोटो जरूर लगाना होगा जिससे जनता को अपने अफसर की पहचान करने में आसानी होगी। इस फरमान के बावजूद बरेली के सीबीगंज, किला आदि के थाना प्रभारियों को थाने के सरकारी मोबाईल पर अपनी डीपी तक लगाने की फुर्सत नही मिल पा रही है या फिर सूबे के पुलिस मुखिया के फरमान की धज्जियां उड़ाने की उनकी अब आदत सी बन गई है। अब देखना यह है कि इन थानों के सरकारी नंबर पर तत्कालीन थाना प्रभारी की डीपी पर लगी फ़ोटो कब तक दुरुस्त की जाएगी।
बरेली से मोहम्मद शीराज़ खान की खबर