DELHI-POLICE: डीसीपी द्वारका ज़िला (श्री शंकर चौधरी) के नेतृत्व मे किया गया “पारस” कार्यक्रम
कार्यक्रम के अंतर्गत द्वारका जिला पुलिस ने किशोर अपराधियों को चयनित कर जिला मुख्यालय में किया आमंत्रित ।
किशोर अपराधियों के बालिग हो जाने पर उनको जुर्म की दुनिया से दूर रखने का प्रयास । डीसीपी द्वारका ने किशोरों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रोत्साहित किया। डीसीपी द्वारका ने किशोरों को संबोधित करते हुए कहा की आंखे छोटी होती है मगर सपने बड़े रखने चाहिए। डीसीपी द्वारका ने किशोरों को सुझाव दिया की पिछली गलती को भूलकर अपनी नई जिंदगी की शुरूआत करे। कोई भी आदमी बुरा नही होता बल्कि समय बुरा होता है। विगत 3 वर्षों से अलग-अलग छोटे-मोटे अपराधों में लिप्त किशोर अपराधियों को सकारात्मक दिशा देने के उद्देश्य से द्वारका जिला पुलिस द्वारा जिला मुख्यालय में “पारस” प्रोग्राम का आयोजन किया गया । सेवा भारती दिल्ली एवं ब्रह्मकुमारी संस्था द्वारा काउंसलिंग कराई गयी । ब्रह्मकुमारी संस्था चंडीगढ़ से श्री B.K. Gaurav ने इन किशोरों को सकारात्मक दिशा दी। इसके साथ साथ सेवा भारती दिल्ली प्रचार प्रमुख श्री भूपेंद्र कुमार और उनकी टीम ने डीटेल्स 50 पॉइंट चेक लिस्ट के आधार पर काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया कि इन किशोरों को किन क्षेत्रो में भेजा जाना है व किशोरों के लिए किस तरह के काम करने है, जैसे की डीएडिक्शन , एजुकेशन और प्लेसमेंट का काम करना है। द्वारका जिला पुलिस ने प्राइमरो स्किल प्राइवेट लिमिटेड के साथ टाइअप किया । इसके तहत चयनित किशोरों को ऑटो रिपेयरिंग का कोर्स करा कर उनको नौकरी दिलाने की कोशिश की जाएगी। द्वारका जिला पुलिस अपने प्रयासों से एक आधा बार छोटी मोटी गलती कर चुके अपराधियों को समाज में इज्जत से जीने का अवसर प्रदान करने की कोशिश कर रही है। डीसीपी द्वारका श्री शंकर चौधरी जी के नेतृत्व में मेडिकोम यूनिट के इंचार्ज एवं जिला की स्पेशल जुवेनाइल पुलिस यूनिट के संयुक्त प्रयास से यह कार्यक्रम का आयोजन किया। ( शंकर चौधरी )भा. पु. से. उपायुक्त पुलिस द्वारका ज़िला
दिल्ली से मुकेश गुप्ता की रिपोर्ट !