Delhi News-श्री मनसुख मंडाविया ने उर्वरकों में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समीक्षा बैठक की
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने आज उर्वरक विभाग में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उर्वरक विभाग की पहल की समीक्षा की। रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा भी उपस्थित थे। बैठक में उर्वरक विभाग के सचिव श्री आर के चतुर्वेदी और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। श्री मंडाविया ने कहा कि रामागुंडम संयंत्र की शुरुआत के साथ, देश में 12.7 एलएमटीपीए स्वदेशी यूरिया उत्पादन जोड़ा गया है और इससे यूरिया उत्पादन में भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के लिए प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद मिलेगी।
यह परियोजना न केवल किसानों को उर्वरक की उपलब्धता में सुधार करेगी बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा सड़कों, रेलवे, सहायक उद्योग आदि जैसे बुनियादी ढांचे के विकास सहित क्षेत्र में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बाज़ार विकास सहायता (एमडीए) नीति को उदार बनाने की योजना बना रही है। एमडीए नीति पहले केवल शहरी खाद तक ही सीमित थी। जैविक कचरे जैसे बायोगैस, हरी खाद, ग्रामीण क्षेत्रों की जैविक खाद, ठोस/तरल घोल आदि को शामिल कर इस नीति का विस्तार करने की मांग की गई थी।
यह विस्तार भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का पूर्ण रूप से पूरक होगा। मंत्री को अवगत कराया गया कि दुर्गापुर में 12.7 लाख मीट्रिक टन क्षमता का मैटिक्स फ़र्टिलाइज़र प्लांट जल्द शुरू होगा।
बरेली से मोहम्मद शीराज़ ख़ान की रिपोर्ट !