Delhi News- भारत और जर्मनी ने ऊर्जा और जलवायु पर अपनी साझेदारी को और गहरा करने के तरीक़ो और साधनों पर चर्चा की।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, श्री भूपेंद्र यादव और श्री नॉर्बर्ट बार्थले और डॉ मारिया फ्लैक्सबर्थ, संसदीय राज्य सचिवालय, जर्मन संघीय आर्थिक सहयोग और विकास मंत्रालय (बीएमजेड) के बीच आज नई दिल्ली में इंदिरा पर्यावरण भवन में एक द्विपक्षीय बैठक आयोजित की गई।
दोनों पक्षों ने जलवायु परिवर्तन, पानी की कमी, समुद्री और वायु प्रदूषण, वृत्ताकार अर्थव्यवस्था आदि जैसे क्षेत्रों को शामिल करते हुए पर्यावरणीय मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में श्री यादव ने पर्यावरण पर भारत-जर्मन द्विपक्षीय सहयोग के महत्व को स्वीकार किया और भारत में नई प्रौद्योगिकियों को लाने में जर्मनी द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। दोनों पक्षों ने जलवायु ,कृषि-पारिस्थितिकी, सौर भागीदारी अंतर लचीलापन और एसडीजी संकेतकों को फ़ोकस में रखते हुए द्विपक्षीय कार्यक्रमों में सूचना के आदान-प्रदान के महत्व पर ज़ोर दिया। श्री यादव ने कहा कि भारत और जर्मनी विशेष रूप से ठोस अपशिष्ट (सौर पैनल, बैटरी), अपशिष्ट जल आदि का उपचार परिपत्र अर्थव्यवस्था पर द्विपक्षीय सहयोग को मज़बूत करने का पता लगा सकते हैं ।
बरेली से मोहम्मद शीराज़ ख़ान की रिपोर्ट !