Delhi News : गोयल ने टेका बंगला साहिब में माथा, जोड़ों की कि सेवा
– “नानक नाम जहाज़ है, चढ़े सो उत्तरे पार जो श्रद्धा करें सेवंदे, गुर पार उतारणहार”- गुरु नानक जी
– सिर्फ पूजा और आस्था नहीं, गरीबों की सेवा भी करें- गोयल
नयी दिल्ली, 11 नवंबर, 2019 : माथा टेकने और जोड़ों की सेवा करने आज सांसद और पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल प्रथम गुरु “गुरु नानक जी” की 550वी जयंती “गुरु पर्व” के शुभवसर पर बंगला साहिब गुरूद्वारे पहुंचे.
गोयल ने बताया कि पूजा और आस्था का अर्थ गरीबों की सेवा करना ही है. उन्होंने कहा कि सेवा का मतलब यह नहीं है कि सिर्फ धार्मिक स्थल पर ही सेवा की जाए. आपको जहाँ जैसे भी गरीब की सेवा का मौका मिले वहां करनी चाहिए.
गोयल ने मोदी जी को धन्यवाद करते हुए कहा कि करतारपुर कॉरिडोर के खुलने से अब देशभर के सिख भाई बहन गुरु नानक जी की याद में बनाये गए दरबार साहिब गुरुद्वारा जो की पाकिस्तान में है उसके दर्शन कर पाएंगे.
गोयल ने करतारपुर पर सियासत करने वालों को कहा कि वो जितनी सियासत करना चाहे कर ले, मोदी जी तो बस काम करते हैं चाहे वो करतारपुर हो, राम मंदिर हो, तीन तलाक़ हो, धारा 370 हो या जीएसटी हो.
गोयल ने कहा कि सबको गुरु नानक जी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अमल करना चाहिए- पूजा-पाठ के साथ साथ हमें उनकी शिक्षाएं जैसे जात-पात का कोई महत्व्व ना रखना, भेदभाव न करना और सब धर्म एक हैं आदि.
गोयल ने कहा कि हमें गुरु नानक जी की सीख को पूरी दुनिया में फैलाना चाहिए.
गोयल ने बताया कि आज दुनियाभर में सिख आगे बढ़ के सेवा कर रहे हैं चाहे वो सीरिया, इराक, ईरान के युद्ध क्षेत्र हों या प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप, बाढ़ आदि या वृक्षारोपण हो. सिख होने का मतलब है त्याग.
“नानक नाम जहाज़ है, चढ़े सो उत्तरे पार जो श्रद्धा करें सेवंदे, गुर पार उतारणहार”- गुरु नानक जी .