Delhi News : 26 जनवरी से पहले दिल्‍ली में राजघाट पर आतंकी हमले की साजिश रच रहे जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार

गणतंत्र दिवस से पहले दिल्‍ली में आतंकी हमले की साजिश रच रहे जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया. जिससे एक बड़ा संभावित आतंकी हमला टल गया है.

बताया जाता है कि दिल्ली पुलि की स्पेशल सेल की एक टीम ने खुफिया सूचना के आधार पर श्रीनगर में हाल ही में हुए सिलसिलेवार ग्रेनेड हमले के मास्टरमाइंड अब्दुल लतीफ गनाई को सोमवार को गिरफ्तार किया है.

रिपोर्ट़स के मुताबिक, ‘आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य अब्दुल लतीफ गणतंत्र दिवस समारोह के समय दिल्ली के भीड़-भाड़ वाले इलाके में उसी तरह के हमले की योजना बना रहा था.’

पुलिस अफसरों ने बताया कि स्पेशल सेल की एक टीम मंगलवार को जम्मू-कश्मीर गई और वहां से दो ग्रेनेड और कुछ गोला-बारूद बरामद किए. टीम ने इसके अलावा बांदीपोरा से एक अन्य आतंकवादी हिलाल को भी गिरफ्तार किया, जिसने दिल्ली में कुछ जगहों की रेकी की थी.’

काफी लंबी मशक्‍कत और इंतजार के बाद पुलिस को इन आतंकियों को पकड़ने में कामयाबी मिली है. 20 जनवरी को पुलिस इंस्पेक्टर शिव कुमार को जानकारी मिली थी कि अब्दुल लतीफ गनी रात में किसी से मिलने के लिए राजघाट के पास आने वाला है.

सूचना मिलने पर राजघाट के पास एक टीम तैनात की गई. आखिरकार  20 और 21 जनवरी के दरमियानी रात अब्दुल लतीफ गनी को पकड़ लिया गया.

एक दर्जन से ज्‍यादा हथगोले और IED खरीदे थे. गिरफ्तार आतंकवादियों के पास से दो हैंड ग्रेनेड और एक ऑटोमेटिक पिस्तौल समेत 26 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. साथ ही ऑपरेशन कमांडर अबू मौज, जिला कमांडर तल्हा भाई और जिला कमांडर उमैर इब्राहिम के नाम पर जैश-ए-मोहम्मद के तीन रबर स्टैम्प भी बरामद किए गए.

अब्दुल लतीफ के साथी आतंकवादियों को पकड़ने के लिए एसीपी अत्तर सिंह की अगुवाई में एक टीम को तुरंत जम्मू-कश्मीर रवाना किया गया है.

अब्दुल लतीफ हाल ही में श्रीनगर सहित जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में हथगोले फेंकने और बांदीपोरा में हमले का मास्टरमाइंड रहा है. अब्दुल लतीफ़ शादीशुदा है और उसकी 2 महीने की बेटी है.  पुलिस अफसरों ने बताया कि हम आतंकी योजना के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए गनाई से पूछताछ कर रहे हैं.

बता दें कि देश में राजधानी समेत कई अहम हिस्‍सों में महत्वपूर्ण त्योहारों और स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय समारोहों से पहले कई गुना बढ़ जाते हैं.

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