देश के हित में जो काम करते थे उनके नारे: “जय जवान, जय किसान”, “मैं युवा हूं, मेरा एक सपना है”, “रोटी, कपड़ा और मकान” होते थे।
भाजपा के नारों से ही इनकी नीयत का पता लगता है। इसलिए आज देश में विकास के सारे पैरामीटर धाराशायी हैं और विभाजन का पारा इस कदर बढ़ चुका है कि दो भाजपा शासित राज्य ही आपस में लड़ रहे हैं।