Delhi NCR AQI : दिल्ली में लगातार खराब हो रही हवा, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय बोले
Pollution Level in Delhi Today : दिल्ली एनसीआर में समग्र वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। बढ़ते एक्यूआई के बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक बैठक की।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा लगातार खराब होती जा रही है। सोमवार को नवीनतम एक्यूआई 309 के साथ दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। वहीं, दिल्ली एनसीआर में भी हवा की गुणवत्ता बिगड़ी है।
यहां भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है और सफर इंडिया के अनुसार दिल्ली एनसीआर में एक्यूआई 322 है। बढ़ते एक्यूआई के बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता।
दिल्ली के आनंद विहार, हसनपुर डिपो, राष्ट्रीय राजमार्ग 9 के आसपास की कुछ तस्वीरें सामने आईं, जहां धुंध के चलते कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे रहा है।
नेहरू पार्क और तीन मूर्ति मार्ग के आसपास पूरी तरह धुंध छायी हुई है।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुलाई बैठक
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुलाई बैठक दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते एक्यूआई के बीच दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान मंत्री गोपाल राय ने कहा कि शहर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की। दिल्ली में 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट हैं।
उन्होंने कहा कि आज, शादीपुर, मंदिर मार्ग, पटपड़गंज, सोनिया विहार और मोती बाग सहित आठ अन्य बिंदुओं पर स्थानीय कारणों से एक्यूआई का स्तर 300 से ऊपर देखा गया। स्थानीय लोगों की पहचान और निरीक्षण के लिए यहां विशेष टीमों को तैनात किया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ‘मौसम हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन स्रोतों को नियंत्रित करने की आवश्यकता है। ग्रैप-2 मुख्य रूप से सफाई और पानी छिड़काव आदि के बारे में है। दिल्ली की सड़को पर अभी तक पानी का छिड़काव हो रहा था।
अब उसमें डस्ट सेट्रेसेंट पाउडर को मिलाकर छिड़काव किया जायेगा। इससे धूल के कण नीचे बैठ जायेंगे। 91 जगहों को चिन्हित किया जायेगा, जहां जाम लगता है वहां भी टीम तैनात की जाएगी। बसों और मेट्रो की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाया जाएगा। सात-आठ मिनट से घटाकर तीन-चार मिनट किया जाये, जिससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट ज्यादा इस्तेमाल हो।
सड़क पर रहना है तो इसका सामना करना पड़ेगा
ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन