Delhi Metro : दिल्ली मेट्रो की अगले हफ्ते से शुरू होने जा रही है आइये जाने क्या है नए नियम
Delhi Metro news: पांच महीनों के बाद, 7 सितंबर से दिल्ली मेट्रो फिर से चलने लगेगी। कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) के खतरे को देखते हुए डीएमआरसी पूरी सावधानी बरतते हुए ऑपरेशंस शुरू करेगा।
दिल्ली मेट्रो की शुरुआत अगले हफ्ते से, जानिए यात्रा को लेकर आपके सारे सवालों के जवाब
दिल्लीवालों के लिए राहत की खबर है। अगले हफ्ते से मेट्रो शुरू हो रही है। कोरोना वायरस के दौर में दिल्ली मेट्रो का सफर पहले जैसा तो बिल्कुल नहीं रह जाएगा। 7 सितंबर को जब मेट्रो चलेगी तो न सिर्फ पैसेंजर्स, बल्कि मेट्रो स्टाफ के लिए भी नया अनुभव होगा। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क जैसी सावधानियां तो बरतनी ही होंगी, विस्तृत गाइडलाइंस केंद्र सरकार की तरफ से इस हफ्ते आ सकती हैं। ऑपरेशन शुरू करने से दिल्ली मेट्रो के कर्मचारी इलेक्ट्रिकल, सिग्नलिंग, ट्रैक, ट्रेन, स्टेशन समेत सभी सिस्टम्स की जांच करेंगे। 7 सितंबर से दिल्ली मेट्रो फिर से शुरू होने को लेकर आपके मन में कई सवाल होंगे। आइए उनके जवाब जानने की कोशिश करते हैं।
कौन कौन से मेट्रो स्टेशन खुलेंगे
दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत के अनुसार, एक लिस्ट तैयार की जा रही है जिसमें उन मेट्रो स्टेशंस के नाम होंगे हो 7 सितंबर से खुलेंगे। गहलोत ने कहा कि यह लिस्ट जल्द पब्लिक कर दी जाएगी। इसमें स्टेशन पर पैसेंजर्स का लोड, उस इलाके में कोरोना की स्थिति को भी ध्यान में रखा जाएगा।
सरकारी कर्मचारियों या कुछ खास श्रेणी के यात्रियों को ट्रेवल करने की परमिशन
कैलाश गहलोत के अनुसार, शुरू में केवल सरकारी कर्मचारियों या कुछ खास श्रेणी के यात्रियों को ट्रेवल करने की परमिशन दी जा सकती है।
स्टेशन का हर गेट खुलेगा या नहीं ?
दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशंस पर एंट्री के दो से ज्यादा रास्ते हैं। जब मेट्रो दोबारा शुरू होगी, तो बड़े स्टेशनों के सारे गेट नहीं खोले जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, शुरुआत में दो ही गेट खोले जाएंगे। ऐसा इसलिए किया जाएगा, ताकि बेहतर ढंग से निगरानी रखी जा सके।
अभी डिमांड के हिसाब से मेट्रो के फेरे लगेंगे। ज्यादा भीड़ वाले स्टेशन पर ट्रेन को नहीं भी रोका जा सकता है। फिलहाल सुबह 7 से रात 8 बजे तक मेट्रो चलाने की परमिशन है। स्टेशन पर ट्रेन के रुकने की टाइमिंग 10-20 सेकेंड से बढ़ाकर 20-40 सेकेंड किया जा सकता है। इससे ज्यादा भीड़भाड़ से बचा जा सकता है।
कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए फिलहाल तो टोकन नहीं मिलेगा। टोकन से वायरस संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। 7 सितंबर से सभी यात्रियों को मेट्रो कार्ड ही यूज करना होगा। मेट्रो कार्ड रिचार्ज करने के लिए डिजिटल माध्यम का उपयोग करना होगा। हालांकि, काउंटर पर स्मार्ट कार्ड या मेट्रो कार्ड खरीदे जा सकेंगे।
यात्रियों को धातु वाले सभी सामान निकालने और उन्हें अपने बैग में रखने को कहा जाएगा। धातु का सामान रखने के लिए यात्रियों को ‘ट्रे’ दी जाएंगी। इसके बाद उन्हें ‘मल्टिपल डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर’ (डीएफएमडी) से गुजरने को कहा जाएगा। इसके बाद उनकी कॉन्टैक्टलेस जांच होगी। CISF के विशेष कर्मी सुरक्षा के मद्देनजर यात्रियों पर नजर रखेंगे और वाजिब संदेह होने पर ही छूकर जांच की जाएगी। योजना के मुताबिक न्यूनतम 2.5 सेंटीमीटर की दूरी बनाते हुए मेटल डिटेक्टर से संपर्क रहित जांच की जा सकेगी। यात्रियों के बैगों की तलाशी एक्स-रे स्कैनर से होगी और कुछ भी संदिग्ध लगने पर यात्री खुद खोलकर उसकी जांच कराएंगे।
दिल्ली मेट्रो जिन स्टेशंस को खोलेगी, वहां भीड़ कंट्रोल करने के लिए सिविल डिफेंस के वालंटियर्स भी तैनात रहेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो हो रही है या नहीं, इसको लगातार मॉनिटर किया जाएगा। लिफ्ट में एक वक्त पर 3 से ज्यादा लोग नहीं रह सकते। हर 4 घंटे पर टच पॉइंट्स जैसे हैंडरेल, लिफ्ट के बटन आदि को सैनिटाइज किया जाएगा।
कोच के अंदर एक यात्री से दूसरे यात्री के बीच 1 मीटर की दूरी मेंटेन की जाएगी। हर कोच में 50 यात्रियों को चढ़ने की इजाजत होगी। कोच के अंदर का तापमान 26 डिग्री रखा जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मेट्रो कोच के अंदर 50 हजार स्टीकर्स चिपकाए जाएंगे।
फेस मास्क और फोन में आरोग्य सेतु ऐप जरूरी होगा। CISF और DMRC संयुक्त रूप से थर्मल स्क्रीनिंग करेंगे। सिम्पटोमेटिक यात्रियों को यात्रा करने की इजाजत नहीं होगी और उन्हें हेल्थ सेंटर भेज दिया जाएगा। अगर कोई यात्री कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो उसे पीपीई किट पहनाकर हेल्थ सेंटर भेजा जाएगा।