नौकरी देने का झांसा देकर लगभग 200 लोगों से करोडों रूपये की ठगी करने वाले 03 अभियुक्त गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ।
प्रेस नोट सं0 194, दिनांक 25-05-2022
उर्वी फाउन्डेशन (URVI FOUNDATION) बनाकर मृदा परीक्षण कराने के लिए फर्जी वेैकेन्सी निकाल कर कूटरचित नियुक्ति पत्र देकर नौकरी देने का झांसा देकर लगभग 200 लोगों से करोडों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सरगना सहित 03 अभियुक्त जनपद कासगंज से गिरफ्तार।
दिनांकः 25-05-2022 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को उर्वी फाउन्डेशन बनाकर मृदा परीक्षण कराने के लिए फर्जी वैकेन्सी निकाल कर कूटरचित नियुक्ति पत्र व लैपटाप/टैबलेट देकर नौकरी देने का झांसा देकर लगभग 200 लोगों से करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सरगना सहित 03 अभियुक्तों को जनपद कासगंज से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुर्ह।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण:
1. संदीप त्रिपाठी पुत्र स्व0 छोटेलाल निवासी ग्राम देवरी थाना उदयपुर जनपद प्रतापगढ़। हाल पता- बी-07/21, पंचशील अपार्टमेण्ट विकल्पखण्ड गोमतीनगर लखनऊ।(गैंग का सरगना) 2. अभिषेक कुमार पुत्र सोमेन्द्र कुमार निवासी मकान नं0-128/163 यशोदानगर थाना बिधनू जनपद कानपुर नगर। 3. पुनीत कुमार पुत्र स्व0 बीरराज निवासी ग्राम लोधामई थाना मिरहची जनपद एटा।
बरामदगी
1. 03 अदद मोबाइल फोन। 2. 02 अदद मोहर। 3. 02 अदद चेकबुक। 4. 01 अदद पासबुक। 5. 02 अदद लेटरपैड। 6. 03 अदद चेक भरे हुए।
गिरफ्तारी का स्थान, दिनांक व समयः
थाना क्षेत्र आमांपुर जनपद कासगंज, दिनांकः 25-05-2022, समयः 01ः30 बजे रात्रि।
एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से फर्जी भर्ती निकाल कर नौकरी देने के नाम पर कूटरचित नियुक्ति पत्र, परिचय पत्र देकर ठगी करने वाले गिरोहों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं। इस सम्बन्ध में श्री विशाल विक्रम सिंह प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 के पर्यवेक्षण मे एस0टी0एफ0 मुख्यालय स्थित साइबर टीम को उ0नि0 पंकज सिंह के नेतृत्व में अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। इसी क्रम मे मुख्यालय स्थित टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।
अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि उर्वी फाउन्डेशन बनाकर मृदा परीक्षण कराने के लिए फर्जी वैकेन्सी निकाल कर कूटरचित नियुक्ति पत्र व लैपटाप/टैबलेट देकर नौकरी देने का झांसा देकर लगभग 200 लोगों से करोड़ों रूपये की ठगी की गयी है, जिसके सम्बन्ध में आदित्य सोलंकी द्वारा दिनांक 07.01.2022 को थाना अमापुर, जनपद कासगंज में मु0अ0सं0 03/2022 धारा 419/420/467/468/471 भादवि पंजीकृत कराया गया है।
उक्त सन्दर्भ में अभिसूचना संकलन करने पर प्राप्त सूचना के आधार पर आज दिनांक 25-05-2022 को समय करीब 01ः30 बजे सुबह उप निरीक्षक श्री पंकज सिंह के नेतृत्व मे साइबर क्राइम टीम एस0टी0एफ0 मुख्यालय व कासगंज पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा उपरोक्त अभियुक्तों को थाना क्षेत्र अमापुर जनपद कासगंज से गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
पूछताछ में गिरफ्तार सरगना अभियुक्त संदीप त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2012 मे यूपीटीयू से कम्प्यूटर साइंस मे बीटेक करने के बाद 2017 तक विभिन्न आईटी कम्पनियों में साफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर काम किया। इसके बाद वर्ष 2018 में उर्वी फाउंडेशन की लांचिग की। जिसमे लोगों को यह बताया कि इस फाउंडेशन द्वारा मृदा परीक्षण किया जाता है, इसके बाद उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले के हर ब्लाक में भर्ती निकाली, जिसमें लोगों को नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिसकी रजिस्ट्रेशन फीस रू0 25,000/- रखी, इसके बाद 03 महीने मे ही एजेंटों के माध्यम से लगभग 200 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया जिनको मैने टेबलेट/लैपटाप दे दिया। जिसके बाद एजेंटों द्वारा उन लोगों से रू 01 लाख से 07 लाख तक और ले लिये गये जिसको हम लोगों ने आपस में बाट लिया। उन लोगों द्वारा दिये गये रूपये में से ही वापस उन लोगों को मेरे द्वारा एक-दो महीने तक सैलरी भी दी गयी, जिससे लोगों का विश्वास बना रहे। कोविड-19, लाकडाउन 2020 मे मैं अपना गोमती नगर लखनऊ स्थित आफिस बंद कर लोगों का रूपया लेकर फरार हो गया। आज अपने साथियों के साथ अमापुर आया था।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना अमापुर जनपद कासगंज में मु0अ0सं0 03/2022 धारा 419/420/467/468/471 भादवि में दाखिल कर अग्रेतर विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।