कोरोना का डेल्टा वैरिएंट दे रहा है तीसरी लहर की दस्तक !
अब कोवेक्सिन एवम कोविडशील्ड की बूस्टर डोज देने पर विचार कर रही है सरकार –निर्भय सक्सेना —
कोरोना के डेल्टा वेरियंट के खतरे को दृष्टिगत रख कर संभावित अगली लहर के प्रति आम लोगो की मास्क, दो गज की दूरी एवम लापरवाही ही तीसरी लहर को अक्टूबर या नवंबर तक आने का निमंत्रण दे सकती है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिक की टीम भी कई देशों में डेल्टा वेरियंट के नए केस आने के बाद अब कोवेक्सिन एवम कोविडशील्ड की बूस्टर डोज देने पर विचार कर रही है। नई दिल्ली के आई जी आई वी के निदेशक डॉ अनुराग अग्रवाल ने कहा कि डेल्टा वेरियंट की बजह से टीकाकरण के बाद भी स्वास्थ्य कर्मी डेल्टा वेरिएंट के कारण संक्रमित हो रहे हैं। जिनके लिए अब बूस्टर डोज देने की भी जरूरत है। ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज के वैग्यानिकों की नेचर जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना का डेल्टा वेरियंट एंटीबॉडीज को चकमा देने में भी सक्षम है। प्रमुख शोधकर्ता डॉ रवींद्र गुप्त ने कहा कि डेल्टा वेरियंट अपनी संख्या तेजी से बढ़ने के सक्षम है यह परीक्षण में पता लगा है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर का तो कहना है कि मुंबई में कोरोना की तीसरी लहर दरबाजे पर दस्तक दे चुकी है । गणेश चतुर्थी पर अब बहुत सावधानी रखनी की जरूरत है। आजकल महाराष्ट्र केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल में तो कोरोना मरीजों की निरंतर संख्या बढ़ ही रही है जो चिंता का विषय है। केरल में सर्वाधिक केस मिल रहे है । गुड़गांव में मेदांता अस्पताल के चेयरमैन और विश्व प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ नरेश त्रेहन ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर पर चिंता जतायी है और कहा है कि अभी तक देश में बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, ऐसे में क्या स्कूलों को कुछ और महीने बंद नहीं रखा जा सकता है। भारत सरकार ने कोरोना प्रतिबन्धों की अवधि पहले ही 30 सितंबर 2021 तक बढ़ा चुकी है। भारत मे अब तक लगभग 70.50 करोड़ कोविड की डोज दी जा चुकी है। देश मे 1 करोड़ लोगों को एक दिन में ही टीका लगाने का भी रिकार्ड बन चुका है। अब तक से भी कोविड वेक्सीन देने का स्वदेशी कोवेक्सिन नेजल स्प्रे दूसरा ट्रायल कानपुर में शुरू हुआ है। रिलायंस भी कोविड वेक्सीन बनाने की दिशा में काम कर रही है। अगर विश्व की बात की जाए तो अमरीका में स्कूल खुलने के साथ ही बच्चों में कोरोना संक्रमण फैल रहा है जिससे उनके परिजन भी उसकी चपेट में आ रहे हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिकस के अनुसार एक सप्ताह में अमरीका में 1.80 लाख बच्चे कोरोना से संक्रमण ग्रस्त हुए। स्मरण रहे कोविड 19 की उत्पत्ति को भी लेकर अभी तक कोई सटीक रिपोर्ट नहीं आ सकी है। जबकि विश्व के वेगानिको की उंगली चीन के बुहान पर ही उठी थी। जिसे चीन ने खारिज किया था। उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद भी अब उत्तर प्रदेश में सतर्कता बढ़ाकर रात 11 बजे से कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने समीक्षा के बाद निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश में रात 11 बजे के बाद सड़कों पर अनावश्यक घूमते लोगों के साथ सख्ती की जाएगी ताकि कोरोना की तीसरी लहर को रोका जा सके।
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 43263 नए मामले आए। 40567 मरीजों की रिकवरी हुई और 338 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई। अब सक्रिय मामले 3,93,614 हैं। देश मे अब तक 4 लाख 41,हजार 749 मोत हो चुकी हैं। जबकी कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा लगभग 71 करोड़ के आसपास तक पहुँच चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश मे कोरोना की संक्रमित रिकवरी दर 97.44% तथा 53.31 करोड़ से अधिक सेम्पल की जांच भी हो चुकी है।
भारत देश में कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी, इसको लेकर अलग- अलग राय व्यक्त की जा रही हैं। इस बीच कुछ विशेषज्ञों ने दावा किया है। इस दावे के अनुसार भारत वर्ष में कोविड-19 की तीसरी लहर अक्टूबर और नवंबर 2021 के बीच तेज हो सकती है। हालांकि इसकी तीव्रता दूसरी कोविड लहर की तुलना में कम ही होगी। कानपुर के आई आई टी वैज्ञानिक एम. अग्रवाल ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस का कोई नया स्वरूप नहीं आता है तो स्थिति में बदलाव की संभावना नहीं है। श्री अग्रवाल तीन सदस्यीय विशेषज्ञ दल में हैं जिसे संक्रमण में बढ़ोतरी का अनुमान लगाने का कार्य दिया गया है । उनके अनुसार अगर तीसरी लहर आती है तो भारत देश में प्रतिदिन एक लाख मामले सामने आएंगे। जबकि मई में दूसरी लहर के चरम पर रहने के दौरान प्रतिदिन चार लाख मामले सामने आ रहे थे। दूसरी लहर में हजारों लोगों की मौत भी हो गई और कई लाख लोग संक्रमित हो गए थे। अगर नया कोरोना का नया वैरिएंट नहीं आता है तो देश मे सामान्य स्थिति बनी रहेगी। सितंबर 2021 अंत तक अगर 50 फीसदी ज्यादा संक्रामक कोविड का डेल्टा वैरिएंट सामने आता है तो उसके नए वैरिएंट से ही तीसरी लहर आ सकती है और उस स्थिति में नये मामले बढ़ सकते हैं। मेदांता अस्पताल गुड़गांव के चेयरमैन और विश्व प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ नरेश त्रेहन ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर चिंता जतायी है और कहा है कि अभी तक देश में बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, ऐसे में क्या स्कूलों को कुछ और महीने बंद नहीं रखा जा सकता है। डॉ त्रेहन ने कहा कि अगर कोरोना की तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा संख्या में बीमार हो गये तो हमारे पास उनके इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में सुविधाएं भी नहीं हैं। भारत देश की जनसंख्या बहुत ज्यादा है, इस बात का ध्यान रखते हुए हमें तीसरी लहर के प्रति ज्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए। हमारे देश में बच्चों का टीका बहुत जल्दी तैयार होने वाला है, ऐसे में बच्चों को वैक्सीनेशन से पहले स्कूल में बुलाया जाना कहीं से भी तर्कसंगत नहीं लगता है। डॉ त्रेहन ने यह भी कहा कि क्या हम भारतवासी कुछ महीनों तक धैर्य भी नहीं रख सकते हैं। कुछ ही महीनों में बच्चों के लिए कोरोना वायरस का टीका आ जायेगा। ऐसे में अगर बच्चे टीकाकरण के बाद स्कूल जायेंगे तो वे ज्यादा सुरक्षित होंगे और संक्रमण का खतरा भी कम होगा। मुझे नहीं पता कि आखिर स्कूल खोलने की इतनी जल्दी क्यों है । जून-जुलाई के महीने में कोरोना की लहर के कमजोर होने के बाद कई राज्यों में स्कूल खोल भी दिये गये थे। आज की जो स्थिति है, उसमें देखा जाये तो अधिकतर राज्य 9 से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए स्कूल खुल चुके हैं। हालांकि अभी स्कूलों में उपस्थिति 50 प्रतिशत से भी कम ही है, लेकिन कम ही बच्चे स्कूल जा रहे हैं। दिल्ली में भी एक सितंबर से कक्षा 9 से 12 वर्ष तक के बच्चों के और कक्षा 6 से 8 तक के लिए आठ सितंबर से स्कूल खुल गए हैं । जो चिंता का कारण है। स्मरण हो कि 12 वर्ष से 18 वर्ष के बच्चो की जायड्स कैडिला की वेक्सीन पर अभी सरकार के दिशा निर्देश ही नही बने हैं। भारत की शीर्ष अदालत की 3 सदस्यीय पीठ ने भी कह दिया है कि घर घर जाकर कोविड का टीकाकरण देश की परिस्थितियों को देखते हुए लगाना संभव नही है। साथ ही कोरोना की दूसरी लहर में चिकित्सा में लापरवाही की आम धारणा को भी स्वीकार नही किया जा सकता।
हिमाचल के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 100 प्रतिशत बालिग आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगा दी है। ऐसा करने वाला हिमाचल प्रदेश भारत का पहला राज्य बन गया है ऐसा दावा है। कोरोना के डेल्टा वेरियंट से बचाव के प्रति वैश्विक स्तर पर रणनीति तैयार करने के लिए इसी सप्ताह इटली में जी 20 देशों के स्वास्थ्य मंत्री मिलकर अपनी योजना बनाएंगे।
बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !