भारत के लिए कोरोना काल, “सेवा, संयम और संकल्प” का सकारात्मक समय साबित हुआ है: मुख्तार अब्बास नकवी
मुख्तार अब्बास नकवी : “भारत के लिए कोरोना काल, “सेवा, संयम और संकल्प” का सकारात्मक समय साबित हुआ है जो कि पूरे विश्व की मानवता के लिए एक उदाहरण बना है”
मुख्तार अब्बास नकवी : “अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित 1500 से ज्यादा स्वास्थ्य सहायक, कोरोना से प्रभावित लोगों की सेवा में लगे हैं
श्री नकवी: “देश भर में 16 हज हाउस को क्वारंटाइन एवं आईसोलेशन सुविधा हेतु विभिन्न राज्य सरकारों को दिया गया है, जिसका राज्य सरकारें आवश्यकता के अनुसार इस्तेमाल कर रही हैं”
“केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा होली फैमिली अस्पताल, नई दिल्ली को मोबाइल क्लीनिक प्रदान की
यह एम्बुलेंस आपातकालीन मल्टी पारा मॉनिटर, ऑक्सीजन सुविधा और ऑटो लोडिंग स्ट्रेचर से लैस है जो किसी भी आपातकालीन रोगी के लिए अतिआवश्यक जीवन रक्षा सुविधा मानी जाती है
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि भारत के लिए कोरोना काल, “सेवा, संयम और संकल्प” का सकारात्मक समय साबित हुआ है जो कि पूरे विश्व की मानवता के लिए एक उदाहरण बना है।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) द्वारा नई दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल को दी गई सभी स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त, अत्याधुनिक मोबाइल क्लीनिक को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर श्री नकवी ने कहा कि कोरोना काल में लोगों की जिंदगी में परिवर्तन, कार्य संस्कृति में बदलाव एवं देश और समाज की ओर जिम्मेदारी के प्रति नई ऊर्जा पैदा हुई है।
श्री नकवी ने कहा कि इस संकट के समय लोगों के सकारात्मक संकल्प और सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति का नतीजा रहा कि भारत, स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के पायदान पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। N-95 मास्क, पीपीई, वेंटीलेटर एवं अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी चीजों के उत्पादन में भारत आत्मनिर्भर भी बना और दूसरे देशों की भी मदद की। आज डेडिकेटेड कोरोना अस्पतालों की संख्या 1054 हो गई है।
श्री नकवी ने कहा कि कोरोना महामारी की शुरुआत के समय हमारे देश में सिर्फ एक टेस्टिंग लैब थी, आज 1400 लैब का नेटवर्क है। जब कोरोना का संकट आया तो एक दिन में सिर्फ 300 टेस्ट हो पाते थे, आज हर दिन 7 लाख से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। प्रत्येक भारतीय को हेल्थ आईडी देने के लिए नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन शुरू किया गया है। ये दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर व्यवस्था है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह एक क्रन्तिकारी कदम है। लोगों के हर टेस्ट, हर बीमारी, किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी इसी एक हेल्थ आईडी में समाहित होगी।
श्री नकवी ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना “मोदी केयर” ने लोगों के सेहत की गारंटी दी, हेल्थ केयर क्षेत्र में पिछले 6 वर्षों में सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि इतनी बड़ी आबादी वाले देश में कोरोना संकट के बड़े प्रभाव को रोका जा सका। देश में 22 नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), 157 नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। एमबीबीएस और एमडी में 45 हजार से ज्यादा सीटों की बढ़ोत्तरी की गई है। देश भर के गांवों में डेढ़ लाख से ज्यादा “वेलनेस सेंटर” शुरू किये गए हैं। कोरोना काल में “वेलनेस सेंटर” ने गांवों में लोगों की बहुत बड़ी मदद की है।
श्री नकवी ने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के दौरान लोगों की सेहत, सलामती के लिए 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराया गया,90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा सीधे जरूरतमंदों के बैंक खाते में ट्रांसफर किये गए। जिसका नतीजा रहा कि आपदा, आफत बनने से बच गई।
श्री नकवी ने बताया कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित 1500 से ज्यादा स्वास्थ्य सहायक, कोरोना से प्रभावित लोगों की सेवा में लगे हैं। इन प्रशिक्षित स्वास्थ्य सहायकों में 50 प्रतिशत लड़कियां हैं जो कि देश के विभिन्न अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना मरीजों की सेवा में मदद कर रहे हैं। इस वर्ष 2000 से ज्यादा अन्य स्वास्थ्य सहायकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा 1 वर्ष की अवधि का यह प्रशिक्षण विभिन स्वास्थ्य संगठनों, संस्थाओं, जाने-माने अस्पतालों द्वारा कराया जा रहा है।
श्री नकवी ने कहा कि देश भर में 16 हज हाउस को क्वारंटाइन एवं आईसोलेशन सुविधा हेतु विभिन्न राज्य सरकारों को दिया गया है, जिसका राज्य सरकारें आवश्यकता के अनुसार इस्तेमाल कर रही हैं।
श्री नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा दी गई मोबाइल क्लीनिक का संचालन नई दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल द्वारा गरीबों, कमजोर तबकों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किया जायेगा। यह एम्बुलेंस अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) के सीएसआर कार्यक्रम के तहत प्रदान की गई है। यह एम्बुलेंस आपातकालीन मल्टी पारा मॉनिटर, ऑक्सीजन सुविधा और ऑटो लोडिंग स्ट्रेचर से लैस है जो किसी भी आपातकालीन रोगी के लिए अतिआवश्यक जीवन रक्षा सुविधा मानी जाती है।
श्री नकवी ने बताया कि एनएमडीएफसी ने युद्ध में विक्लांगता से पीड़ित सैनिकों के उपचार के लिए मोहाली में रक्षा मंत्रालय के पैराप्लेजिक रीहैबिलिटेशन सेंटर में मॉडिफाइड स्कूटर, फिजिओथेरेपी चिकित्सा उपकरण और अन्य आवश्यक उपकरण प्रदान किये हैं। इन उपकरणों से दिव्यांग सैनिकों को अपना सामान्य जीवन जीने में काफी मदद मिल रही है।
इस अवसर पर आर्कबिशप, दिल्ली, अनिल कूटो; अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव श्री पी. के. दास; होली फैमिली अस्पताल के निदेशक फादर जॉर्ज, एनएमडीएफसी के सीएमडी श्री शाहबाज़ अली एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।