लोकसभा चुनाव के पहले सक्रिय हुई कांग्रेस, राहुल गांधी बिहार कांग्रेसियों संग करेंगे मंथन
पटना : आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार कांग्रेस में आत्ममंथन को दौर शुरू हो चुका है। कांग्रेस अपनी कमियों का आकलन करने के बाद उनमें सुधार करते हुए लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटेगी। बिहार कांग्रेस के नवनियुक्त सचिव राजेश लिलौटिया और बीेरेंद्र सिंह राठौर ने जिलों में कांग्रेस की स्थिति का आकलन करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के माध्यम से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंप दी है। इस रिपोर्ट पर सोमवार को पार्टी अध्यक्ष बिहार कांग्रेस के विधायकों, पदाधिकारियों संग दिल्ली में बैठक करेंगे।
शक्ति सिंह गोहिल ने बिहार का प्रभार संभालने के बाद राहुल गांधी से बिहार में दो सचिवों की नियुक्ति की मांग की। इन सचिवों को प्रदेश के 19-19 जिलों दायित्व सौंपा गया था। दोनों सचिवों ने प्रभार वाले अधिकांश जिलों के पदाधिकारियों, नेताओं, कार्यकर्ताओं संग बैठक कर पार्टी की ताकत, आधार वोट बैंक, क्षेत्र की दिक्कतों के साथ ही पार्टी का पूर्व के चुनाव में प्रदर्शन आदि से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट तैयार की। दिल्ली में सोमवार को होने वाली बैठक में पार्टी अध्यक्ष संबंधित रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे और कमियों का आकलन होगा।
सूत्रों की माने तो बिहार कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कम-से-कम 20 सीटों पर किस्मत आजमाने की तैयारी में है। निर्भर करेगा कि गठबंधन के सहयोगियों से बंटवारे में कांग्रेस को कितनी सीटें मिलती हैं। 20 में से कौन सी सीट कांग्रेस के नफे की हो सकती है बैठक में इस बात पर भी चर्चा होगी। जिन सीटों पर जीत के आसार ज्यादा होंगे उन्हीं सीटों पर कांग्रेस अपनी तैयारी में जुटेगी। यदि गठबंधन में कम सीटें मिलती हैं तो कांग्रेस की रणनीति क्या होगी मंथन इस बात पर भी होगा। दिल्ली में होने वाली बैठक के लिए बिहार कांग्रेस के सभी विधायक, प्रदेश के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी, विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, परिषद में नेता डॉ. मदन मोहन झा समेत अन्य पदाधिकारी दिल्ली को प्रस्थान कर गए हैं।
स्थायी अध्यक्ष पर भी चर्चा संभावित
लोकसभा चुनाव के पूर्व पार्टी कांग्रेस बिहार में स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति पर विचार कर रही है। तकरीबन नौ महीने से बिहार में अध्यक्ष का जिम्मा प्रभार के सहारे चल रहा है। स्थायी अध्यक्ष कौन होगा इसका फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्व विवेक पर आधारित होगा। हालांकि पार्टी के प्रदेश से जुड़े कुछ दिग्गज नेताओं जिनमें एक राज्यसभा सांसद, एक विधान पार्षद, एक पार्टी के पुराने नेता तथा पूर्व मंत्री हैं, ने राहुल गांधी के समक्ष अपनी दावेदारी पेश की है। देखना यह होगा कि बिहार की कमान किसके हाथों सौंपी जाती है।
राजेश कुमार के साथ सोनू मिश्रा की रिपोर्ट, पटना (बिहार)