अपराध और सेक्स में कंपटीशन हो गई है बिहार में : पप्पू यादव

जन अधिकार के संरक्षक सह सांसद श्री पप्पू यादव आज पटना के मंदिरी स्थित अपने आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन में मनीषा दयाल को लेकर बहुत सारे खुलासे किए हैं मनीषा दयाल और चिरन्तन कुमार को किस आधार पर पटना में आवास फोन चलाने का कार्य आवंटित किया गया आवेदन प्रक्रिया से लेकर कार्य आवंटन आदेश को सार्वजनिक किया जाए इवेंट कंपनी चलाने वाली मनीषा दयाल और चिरन्तन कुमार के भीतर सरकार ने कौन सा अनुभव देख लिया जिसके आधार पर आश्रम कार्य आवंटित कर दिया गया क्या इसके पीछे कही मनीषा दयाल स्पाइसी वुमन कारण तो नहीं रहा मीडिया रिपोर्टर्स का कहना है कि आवंटन में रिश्वत का भुगतान मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार ने किया सरकार यह स्पष्ट करें कि किस अधिकारी को आवंटित किया था.

और इसके पीछे कौन सी सीक्रेट डील हुई सरकार को आवंटित करने वाले अधिकारी का नाम ओपन करना चाहिए आश्रम होम चलाने की एवज में मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार कब तक सरकारी कोष में कितने का भुगतान कब कब किया गया और किसके आदेश से निर्गत हुआ सरकार स्पष्ट करें राज्य सरकार को स्पष्ट करना होगा कि जब मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार के आश्रम के तमाम प्रकार की गड़बड़ी अधिकारियों इसका निरीक्षण किया और क्या रिपोर्ट सौपी सवाल यह है कि मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार के मुताबिक महिलाओं की मौत के जिम्मेदार कौन है सरकार ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कब और कौन सी कार्रवाई करेगी मनीषा दयाल चिरंतन कुमार के मोबाइल फोन की गहन जांच हो इसका सीडीआर निकाला जाए और यह स्पष्ट किया जाए कि मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार कौन-कौन लोग नियमित संपर्क में जानकारियां है कि बिहार के कई राज नेता और अधिकारी रात दो दो बजे तक मनीषा दयाल के साथ चैटिंग कर थे।

मनीषा दयाल और चितरंजन कुमार से संबंधित सभी इवेंट कंपनियों की जांच हो कारण कि इन्ही इवेंट कंपनियों के मार्फत सरकारी राशि का बड़े पैमाने पर गमन हुआ है इवेंट कंपनी वाइल्ड आर्मी के निश्चल सिन्हा की जांच ही तुरंत शुरू की जाने की आवश्यकता है बहुत सारे राज्य खुलेंगे मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार से संबंध पूरे गैंग के बैंक खातों की तुरंत पहचान की जाए सरकार इसे सील करें ताकि राशि की निकासी ना हो सके बिहार से बाहर दिल्ली तक में बैंक खाते होने की जानकारी प्राप्त हो रही है मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार में पिछले कुछ वर्षों में अपनी नामी बेनामी संपत्ति खरीदी है उसे जप्त करने की जरूरत है सरकार को पहले ही खरीद बिक्री पर रोक लगा देने की कार्रवाई करनी चाहिए कहीं ना कहीं मनीषा दयाल चिरंतन कुमार गैंग के मोड्स ऑपरेंडी से यह भनक लगने लगी है कि पूरे खेल के पीछे हाई-फाई नीला कारोबारी भी है

इसमें सरकार के कई बड़े ब्यूरोक्रेट्स और नेता शामिल पाए जा सकते हैं इसलिए पूरे मामले की जांच सीबीआई को तत्काल सुपुर्द किए जाने की जरूरत है साथ ही यह भी जांच करना चाहिए कि वह कौन पूर्व के DM थे और एक पदाधिकारी थे और दो विधायक जो रात रात भर चैटिंग करते थे और मनीषा दयाल के मौसेरे भाई अभय सिन्हा और विजय सिन्हा को किस आधार पर मलेशिया में फिल्म अवार्ड को लेकर बिहार सरकार के द्वारा 5000000 रुपए दी गई थी सीबीआई इसकी निष्पक्ष जांच करें।

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