कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 – टेबल टेनिस में भारत ने बनाया इतिहास, पहली बार जीता गोल्ड मेडल
21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत अपने चिर-परिचित अंदाज में प्रदर्शन जारी रखे हुए। रविवार का दिन भारत के लिए बेहद खास रहा. महिला टेबल टेनिस टीम ने सिंगापुर को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. वेटलिफ्टिंग के बाद अब टेबल टेनिस में भी भारत को गोल्ड मेडल मिला है । उम्मीद के मुताबिक सभी खिलाड़ी अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर रहें हैं। जिससे मेडल्स की संख्या बढ़ती जा रही है । इस तरह भारत के नाम अब तक कुछ आठ गोल्ड मेडल हो गए हैं।
टेबिल टेनिस टीम की इस शानदार जीत में दिल्ली की 22 वर्षीय मनिका बत्रा का रोल सबसे अहम रहा. जिन्होंने पहले मुकाबले में लीड लेने के बाद चौथे और निर्णायक मुकाबले में विरोधी को परास्त कर भारत का मान बढ़ाया.
देशभर में आज मनिका बत्रा ही छाई हुई है, लेकिन ये मुकाम हासिल करने के लिए उन्हें बहुत कुछ दांव पर लगाना पड़ा है. यहां तक कि उन्होंने अपने गेम पर फोकस करने के लिए कॉलेज, मॉडलिंग और कॉलेज की मस्तियां सब कुछ छोड़ दिया।
महीने में एक दिन जाती थीं कॉलेज
मनिका दिल्ली यूनिवर्सिटी के मशहूर जीसस एंड मेरी कॉलेज में पढ़ती थीं. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया थी कि वह सिर्फ महीने में एक-दो बार ही कॉलेज जा पाती थीं. मैच के लिए लगातार ट्रैवल करने के चलते मनिका सिर्फ एग्जाम देने ही कॉलेज जाती थीं।
कॉलेज पार्टियां भी छोड़ीं
स्कूल से कॉलेज पहुंचकर सभी स्टूडेंट्स का ख्वाज होता है कि वह नए कैंपस में जाकर मस्ती करेगा या करेगी. खासकर कॉलेज की फ्रैशर पार्टी को लेकर स्टूडेंट्स में काफी क्रेज रहता है. लेकिन मनिका जब कॉलेज गईं तो उन्होंने मैच के लिए फैशर पार्टी भी छोड़ दी।
मॉडलिंग भी कर दी बंद
मनिका बत्रा स्कूल टाइम से ही मॉडलिंग करती थीं. साथ में टेबिल टेनिस भी खेलती थीं. लेकिन जब मनिका को लगा कि वह मॉडलिंग के चलते अपने गेम पर फोकस नहीं कर पा रही हैं, तो उन्होंने तमाम ऑफर मिलने के बावजूद मॉडलिंग छोड़ने का फैसला किया. हालांकि, मनिका को कॉलेज की मस्ती और मॉडलिंग छोड़ने का कोई अफसोस नहीं है. यहां तक कि उन्होंने कॉलेज की रेगुलर पढ़ाई भी छोड़ दी है. अभी वो डीयू से ही ओपन प्रोग्राम में पढ़ाई कर रही हैं।