चुनाव में गूंजा भूमिदान और विकास
- बरेली में सपा प्रत्याशी व पूर्व मेयर डा.आईएस तोमर को कड़ी टक्कर दे रहे हैं भाजपा प्रत्याशी डा. उमेश गौतम
- रूठे नेताओं और कार्यकर्ताओं को जुटाने में लगी पार्टियां, मेयर प्रत्याशी भी वोट बैंक की घेराबंदी में लगे
बरेली में मेयर चुनाव को लेकर घमासान इन दिनों तेजी पकड़ गया है। सपा से जुड़े पूर्व मेयर डा. आईएस तोमर को तीसरी बार जीतने से रोकने के लिए भाजपा नेताओं ने लामबंदी शुरू कर दी है। बीजेपी के मेयर प्रत्याशी और इनवर्टिस यूनीवर्सिटी के चांसलर डा. उमेश गौतम ने इस बार सपा को पटकनी देने के लिए मजबूत जाल बुनना शुरू कर दिया है। वे अपनी सभाओं और जनसंपर्क के दौरान बिना मेयर बने ही कराए गये कामों का जिक्र कर रहे हैं तो दूसरी तरफ डा. तोमर अपने बीते दो कार्यकाल में कराए गए कामों को भुनाने में जुटे हैं। दोनों ही नेता अपने-अपने जनाधार को एकजुट करने के लिए अपनी-अपनी पार्टियों के रूठे नेताओं और कार्यकर्ताओं को मनाने में जुट गए हैं।
बरेली में इस बार मेयर का चुनाव काफी दिलचस्प होता नजर आ रहा है। कांग्रेस ने इस बार जहां व्यापारी नेता और खांटी कांग्रेसी अजय शुक्ला को मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने पैतरा बदलकर ीडा. उमेश गौतम को टिकट दिया है। यहां बताते चलें कि डा. उमेश गौतम ने कम उम्र में ही बरेली को आलीशान निजी यूनीवर्सिटी और टाप क्लास मिशन हास्पिटल देकर शहर में अपना अलग मुकाम हासिल किया है। शायद यही वजह है कि केंद्ग और प्रदेश की सत्ता पर काबिज भाजपा सरकार के नेताओं ने उनपर दिग्गज भाजपाईयों से ज्यादा भरोसा जताया और टिकट दे दिया है।
केंद्गीय मंत्री संतोष गंगवार ने दिखाया बड़प्पन
लोक सभा चुनाव में बसपा के टिकट पर उनके खिलाफ चुनाव लड़ चुके डा. उमेश गौतम को जब भाजपा नेतृत्व ने मेयर का पार्टी से टिकट दिया तो केंद्गीय मंत्री संतोष गंगवार ने दूरी बनाने के बजाय बड़प्पन दिखाते हुए न केवल उमेश गौतम का नामांकन कराया बल्कि पैदल चलकर जुलूस के साथ कलेक्ट्रेट भी पहुंचे और अब संतोष गंगवार के करीबी डा. गौतम के चुनाव में भी सक्रिय हो चुके हैं। गुलशन आनंद टिकट न मिलने के बाद भी उमेश गौतम के मंचों पर दिख रहे हैं।
उमेश गौतम ने दान में दी 110 बीघा जमीन
शहर में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के संचालन को लेकर तमाम तरह की अड़चने आ रही थीं। शाहजहांपुर रोड पर इनवर्टिस यूनीवर्सिटी से सटी निगम की जमीन पर यह प्लांट लगा हुआ था मगर तकनीकि कारणों से ग्रीन ट्यिूबनल ने इस प्लांट को बंद कर दिया था, बाद में प्लांट चलाने वाली कंपनी ही मैदान छोड़ गई। प्लांट बंद होने से शहर में कूड़ा बड़ी मुसीबत बन चुका था। ऐसे में चुनाव से पहले ही डा. उमेश गौतम ने प्लांट के लिए फरीदपुर क्षेत्र में 110 बीघा जमीन दान में देकर भाजपा नेताओं का ध्यान खींचा, यही नहीं इससे पहले वो शहर में करीब तीन सौ सीसीटीवी कैमरे में लगवा चुके हैं। जब टिकट मिला तो पुराने भाजपाई कुछ समय तो खफा नजर आए मगर अब चुनाव ने तेजी पकड़ी तो धीरे-धीरे रूठे कार्यकताह और नेता भी डा. उमेश के चुनावी काफिले में जुड़ते नजर आ रहे हैं। उनका चुनाव दिनों दिन मजबूती की तरफ जा रहा है।
डा. उमेश गौतम का जनता से वायदा
डा. गौतम कहते हैं कि चुनाव से पहले ही वो सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के संचालन में आ रही बाधा जमीन दान में देकर समाप्त कर चुके हैं, और अब चुनाव जीतकर मेयर बने तो शहरवासियों को बेहिसाब टैक्स से निजात दिलाएंगे। यातायात की समस्या दूर होगी। बरेली स्मार्ट सिटी में शामिल हो जाएगा, इसके लिए हरसंभव
कोशिश करेंगे।