खानकाहे नियाजिया में हुआ जश्न – ए – चरागां महिलाओ ने मन्नत के चिराग जलाए

बरेली गमो के अंधेरो को दूर करने के लिए किया जाता है चिरागाँ खानकाह – ए – नियाजिया में 14 दिसम्बर को जश्न – ए – चरागां की रस्म अदा की गई महिलाओ ने मन्नत के चिराग जलाए ।

हर वर्ष होने वाले इस अध्यात्कि ( रूहानी ) उत्सव में शिरकत करने के लिए देश – विदेश से जायरीन खानकाह पहुचे । चरागा की पाकिजा तकरीबात खानकाह के साहिब – ए – सज्जादा हजरत शाह मोहम्मद हसनैन उर्फ हसनी मियाँ साहब किबला के जेरे सरपरस्ती में हुई । पिछले वर्ष जायरीनों की खासतौर पर महिलाओं की उमड़ी भीड़ के मद्दे नजर रखते हुए खानकाह के प्रबन्धक साहबजादा नियाजी उर्फ शब्बू मियां व नायब सज्जादा हाजी मेहदी मिया ने इंतजामियां कमेटी के साथ इंतजामात का जायजा लिया । और तमाम साहबजादगान और खुदाम हजरात को ताकीद की , व्यवस्था की गई , जिसमें किसी अकीदतमंद को कोई तकलीफ न हो । किसी की भावनाओं को ठेस न लगे । इत्तजाम में लगे हर शख्स के तौर तरीकों में खानकाही तहजीब व अदब की खुश्बू होनी चाहिए महिलाओ ने मन्नत के चिराग जलाए