स्कूली लूट के जिम्मेवार शिक्षा राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ मुहिम शुरू
समस्तीपुर:- जिले के निजी स्कूल संचालकों द्वारा अविभावकों की करीब 5 से 6 हजार रूपये की किताब के साथ-साथ डायरी-टाई-बेल्ट, टेस्ट एवं नामांकन फीस, ड्रेस, जूते, बैग, बस भाड़ा इत्यादि के नाम पर 10- से 15 हजार रूपये वसूली के खिलाफ रणनीति तय करने को लेकर आज शहर के विवेक- विहार मुहल्ला में राजनीतिक- सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं बुद्धजीवियों की एक संयुक्त बैठक हुई। अध्यक्षता इनौस जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने की।बतौर अतिथि सामाजिक संगठन ‘चेतना’ के अध्यक्ष डाँ० मिथिलेश कुमार उपस्थित थे। सुमन मिश्र, प्रमोद राम, विश्वनाथ राम, नीलम देवी, अनील कुमार समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
निजी विद्यालय संघ एवं सभी स्कूल संचालकों से उक्त मद में मोटी रकम वसूली पर रोक लगाने अन्यथा इस आशय की जानकारी देने हेतु संबंधित मंत्रालय, विभाग एवं अधिकारी को पत्राचार कर जानकारी देकर कारबाई की मांग करने एवं मांग पूरा नहीं होने पर सर्वदलीय आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया। अपने संबोधन में डाँ० मिथिलेश कुमार ने कहा कि चरित्र निर्माण के शुरुआत कदम के बतौर नौनिहालों को लूट, भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी से पाला पडता है।ऐसे में देशप्रेम के बदले हिन भावना का वे शिकार होते हैं।समाज एवं बुद्धजीवियों को इसे रोकने को आगे आना होगा।अध्यक्षीय संबोधन में सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि स्कूल की इस मनमानी को शिक्षा राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा रोक सकते थे लकिन वे अपने पार्टी को किताब खरीदने के वास्ते चंदा वसूली अभियान में लगा रखा है जो हास्यास्पद है।