कुहासे व ठंढ में बढ़ोतरी से जनजीवन अस्त-व्यस्त, गाड़ियों व ट्रेनों की रफ्तार पर लगी ब्रेक
रोहतास- जिले में बर्फीली पछुआ शीतलहर और कोहरे का कहर जारी है। एक सप्ताह से लगातार पछुआ हवा व भीषण ठंड के कारण दिन में धूप निकलने के बावजूद सर्दी में कमी नही आ रही है।
कनकनी के बढ़ने की वजह से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तापमान में रोज बढ़ोतरी व घटोत्तरी हो रही है। कुहासे के कारण ठंड में अचानक अप्रत्याशित बढ़ोतरी से लोग परेशान हो रहे हैं। इसका असर दैनिक जीवन के हर क्षेत्र में दिख रहा है। लोगों के बीमार पड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है और साथ ही वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक के साथ ही ट्रेनें भी काफी विलंब से चल रही हैं। ठंड के करण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। ठंड से निमोनिया, वायरल इंफेक्शन से बुखार व खांसी का खतरा बढ़ गया है। हाथ पैर में कनकनी के कारण लोग पानी छूने से परहेज कर रहे है। खासकर नल का पानी इतना ठंडा रहता है कि लोगों के हाथ काम नहीं करते। किसी तरह रूम हीटर व अलाव के सहारे लोग ठंड को भगाने में लगे रह रहे हैं।
वहीं कृषि कार्य पर भी प्रभाव पड़ रहा है। ठंड में अचानक अप्रत्याशित वृद्धि होने के करण स्कूली बच्चे काफी परेशान दिख रहे है। स्कूल जाने के लिए उन्हें सुबह उठ कर तैयार होना पड़ रहा है। इतना ही नहीं विद्यालय जाने के लिए भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है और वे कुहासे और ठंड के थपेड़ों को झेलते हुए विद्यालय पहुंच रहे है।
ठंढ के कारण गरम कपड़ों की मांग काफी बढ़ गयी है और दुकानों पर खरीदारों की भीड़ नजर आ रही है। साथ ही इनकी मांग बढ़ने के साथ ही सासाराम व डेहरी शहर में कई ऊलेन व कश्मीरी सेल आदि दुकानें खुल गयी है। सड़क के किनारे भी गरम कपड़ों की फुटपाथी दुकानें सज गयी है। डिमांड बढ़ने के साथ ही इनकी दाम में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। दोपहर से मौसम में कुछ सुधारा नजर आता है और ठंड में कुछ कमी आती है, परंतु शाम होते ही मौसम का पारा नीचे गिर जा रहा है। चारों तरफ घने कुहासे के कारण सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है और गाड़ियां सड़कों पर रेंगती नजर आ रही है। घने कुहासे का असर यातायात सेवा पर भी दिखने लगा है। कुहासे के कारण शाम होते हीं ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा जा रहा है और ट्रेनें काफी विलंब से चल रही हैं। इसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है और उन्हें अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में काफी विलंब हो रहा है। स्टेशनों पर ट्रेन के इंतजार में लोगों की रात गुजारनी पड़ रही है। इसके साथ ही घने कुहासे के कारण सड़क यातायात पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा है और वाहनों की रफ्तार काफी कम हो गयी है।