Bollywood news : मिस पेरिस केसवानी ने किया मानव सेवा में अपना जीवन समर्पित
मुंबई : आज के दौर में जहां दया और भलाई के काम दुर्लभ हो गए हैं आपको यह जानकर खुशी होगी कि दुनिया मे अभी भी बहुत से असाधारण रूप से नेक लोग मौजूद हैं,
जो खुशी-खुशी दूसरों को खुशियां बांटते हैं। उन असाधारण लोगों में से एक गुडविल की एम्बेसडर, पेरिस केसवानी हैं।
पेरिस केसवानी के मानवीय कार्यों को देखकर आप में दया की चिंगारी जग जाती है। पिछले 20 साल से, वह बड़ी खामोशी से और नम्रता से न केवल अपनी कम्युनिटी में ज़रूरतमंदों की सेवा कर रही है बल्कि वैश्विक स्तर पर सभी के लिए मानवाधिकारों और समानता का संरक्षण करने को लेकर कार्य कर रही हैं। पेरिस केसवानी (पूनम केसवानी) ने बेघर, विस्थापित बच्चे, अनाथ, दुर्व्यवहार की शिकार माताएं, और प्राकृतिक आपदा से विस्थापित लोगों के काम आने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है। उन्होंने न्यूयॉर्क नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन, ग्रेट गिविंग चैरिटेबल ग्लोबल फाउंडेशन के साथ गठबंधन और साझेदारी करके लोगों की मदद की। भारत में जन्मी, पेरिस केसवानी अमेरिका में शिफ्ट हो गई हैं, जहाँ उन्होंने लोक प्रशासन में ऑनर्स प्राप्त किया, जेमोलॉजी के प्रति उनके प्रेम को बनाए रखते हुए। वह बाद में सर्टिफाइड जेमोलॉजिस्ट बन गई और सफल उद्यमी भी बन गई। एक ज्वेलरी डिजाइनर और सेल्स एसोसिएट के रूप में उन्होंने शुरू में अपने तरीके से काम किया और आज, एक जौहरी और ब्यूटी क्वीन के रूप में पेरिस केसवानी ने अपने पूरे प्रोफेशनल जीवन को मानवता की सेवा के लिए, वैश्विक शांति को बढ़ावा देना, गरीबी उन्मूलन और सभी के लिए आवास का प्रावधान करने के लिए समर्पित कर दिया है। सुंदरता और करुणा का एक आदर्श मिश्रण, यूनिसेफ और न्यू यार्क केयर्स में पेरिस स्वयंसेवक के रूप में काम करती है, और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए सम्मानित है। 11 साल के बेटे प्रिंस की गर्वित मां होने के अलावा वह हर मंगलवार को 200 से अधिक बेघर लोगों को खाना खिलाती है, हर सप्ताह के अंत में एक नए वृद्धाश्रम में बुजुर्गों से मिलने जाती है। एक वार्षिक पुस्तक मेला का आयोजन करती हैं, खिलौना और कंबल ड्राइव बड़े पैमाने पर चलाती हैं। हमारे पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षारोपण परियोजनाओं का हिस्सा रहती हैं। न्यू जर्सी के अच्छे लोगों द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया और उनकी सराहना की गई। वह जरूरतमंद बच्चों की मदद करती रहती हैं।