बीजेपी मुश्किल में मुख्यमंत्री नितिन पटेल दे सकते हैं इस्तीफा
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने अब तक अपना कार्यभार नहीं संभाला है. विभागों के आवंटन को लेकर नाराजगी के चलते अपने कार्यालय का पदभार ग्रहण नहीं किया। बताया जा रहा है कि अब वह आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं और बीजेपी हाईकमान को 3 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है। पटेल ने कैबिनेट से इस्तीफा देने की बात भी कही है। हालांकि अगले 2-3 दिनों तक वे पार्टी हाईकमान के फैसले का इंतजार करेंगे। पिछली सरकार में उनके पास वित्त, शहरी विकास, उद्योग और राजस्व मंत्रालय था लेकिन इस बार वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को दे दिया गया है. नितिन पटेल गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में देर पहुंचे थे. ख़बर के मुताबिक नाराज़ नितिन पटेल के मनाने खुद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी गए थे जिसके बाद वो 5 बजे शुरू होने वाली बैठक में रात नौ बजे आए. सूत्रों के मुताबिक नितिन पटेल ने कहा है कि अगर उन्हें वित्त मंत्रालय नहीं दिया गया तो वो आत्मसम्मान को ठेस पहुंचने के नाम पर इस्तीफ़ा भी दे सकते हैं. पटेल ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान सरकार की ओर से पास नेता हार्दिक पटेल के खिलाफ मोर्चा संभाला था। वह पास और हार्दिक के सीधे निशाने पर रहे थे। वह पाटीदार बहुल महेसाणा सीट बचाने में तो कामयाब रहे पर उनकी जीत का अंतर पिछली बार से काफी कम हो गया। नितिन पटेल की जगह वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को दे दिया गया है. इसी से नितिन नाराज़ बताए जा रहे हैं. बता दें कि वित्त मंत्रालय पिछली आनंदीबेन पटेल और विजय रुपाणी की सरकार में नितिन पटेल के पास था. पीडब्लूडी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, स्वास्थ्य शिक्षा, नर्मदा, कल्पसर और पाटनगर योजना मंत्रालय दिए गए हैं.