बीजेपी ने चुनावों से पहले पार्टी में शुरू किया सफाई अभियान
देश और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने राज्य विधानसभा के चुनावों की तैयारी शुरू करते हुए, पार्टी में सफाई अभियान की शुरूआत की है। पार्टी के आलाकमान ने इस साल राज्य विधानसभा चुनावों में एक बार फिर जीत की इबारत लिखने के मन से आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के प्रदेश अध्यक्षों को हटा दिया है ।
दरअसल राजस्थान में सत्तारूढ़ बीजेपी की दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुई करारी हार के ढाई महीने बाद आखिर राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष अशोक परनामी को पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के हरिबाबू राव को भी हटाया गया है। दोनों को ही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का अध्यक्ष बनाया गया है।
आपको बता दें कि राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष अशोक परनामी ने 16 अप्रैल को ही इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को भेज दिया था, लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी बुधवार को सार्वजनिक की। पद छोड़ने का कारण उन्होंने निजी व्यस्तता बताया है। परनामी फरवरी 2014 से राजस्थान भाजपा अध्यक्ष थे। राजस्थान व आंध्र के नए अध्यक्षों की नियुक्ति जल्द की जाएगी।
राजस्थान में ये नाम चर्चा में
सूत्रों के अनुसार नए अध्यक्ष पद के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और सांसद ओम बिड़ला के नाम प्रमुख तौर पर लिए जा रहे हैं। मेघवाल को दलित वोट बैंक, शेखावत को राजपूतों की बढ़ती नाराजगी और ओम बिड़ला को संगठन पर पकड़ की दृष्टि से मौका दिए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि बताया जाता है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंत्री श्रीचंद्र कृपलानी, अरुण चतुर्वेदी या पूर्व मंत्री लक्ष्मी नारायण दवे में से किसी को अध्यक्ष चाहती हैं।
आंध्र में भाजपा को मजबूत करने के लिए बदलाव
आंध्र प्रदेश में भाजपा का किसी दल से गठबंधन नहीं है। ऐसे में नए अध्यक्ष के समक्ष पार्टी को राज्य में मजबूत करने की चुनौती होगी। तेलुगु देसम पार्टी द्वारा नाता तोड़ने के बाद भाजपा इसे अपना जनाधार बढ़ाने का अवसर मान रही है। इससे पहले वह तेदेपा की जूनियर साझेदार के तौर पर ही सक्रिय रही है। आंध्र में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव होंगे। यहां भाजपा के मात्र 4 विधायक व 2 सांसद हैं। अमित शाह आंध्र को भाजपा के लिए संभावनाशील राज्य के रूप में देखते हैं।