Bihar-Samastipur* आधारपुर तिहरे हत्याकांड पर माले टीम ने जारी किया जांच रिपोर्ट *
आधारपुर तिहरे हत्याकांड पर माले टीम ने जारी किया जांच रिपोर्ट * पुलिस पहुंचने में देर नहीं करती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती-जीबछ पासवान * उपमुखिया समेत दोनों मामले के तमाम आरोपियों की गिरफ्तारी जल्दी हो- उपेंद्र राय
समस्तीपुर के ताजपुर प्रखण्ड अंतर्गत मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आधारपुर में वर्षा का पानी निकालने को लेकर नाला चीरने के विवाद में तिहरे हत्याकांड प्रभावित क्षेत्र का बुधवार देर शाम तक दौरा कर भाकपा माले जिला कमिटी की तीन सदस्यीय जांच टीम उपेंद्र राय, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने जीबछ पासवान के नेतृत्व में गुरूवार को जांच रिपोर्ट जारी किया. टीम सदस्यों ने पीड़ित के परिजनों, ग्रामीणों, प्रत्यक्षदर्शियों आदि से अलग-अलग मिलकर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त किया. इसमें कई चौकाने वाले तथ्य भी सामने आए. मौके पर टीम लीडर जीबछ पासवान ने बकौल ग्रामीण कहा कि रधुनाथ राय वगैरह का खेत से लेकर दरवाजा जलमग्न था. श्रवण कुमार का करीब 6 वर्षिय पुत्र पानी में डूबने लगा था. इसे देखकर जलनिकासी के लिए रधुनाथ राय उर्फ पलरू राय का पुत्र श्रवण राय अपने फरीक़ के साथ मिलकर जेसीबी से सड़क चीरकर नाला बना रहा था. श्रवण राय के गड्ढेनुमा खेत में दबंग उपमुखिया मो० हसनैन द्वारा मछली पालन करने की बात भी सामने आई. मो० हसनैन सड़क चीरकर पाईप लगाने का विरोध यह कहते हुए किया कि उसका मछली बह जाएगा. मूलतः एक पक्ष सड़क चीरने एवं दूसरे पक्ष द्वारा नहीं चीरने देने को लेकर 20 जून को शाम में विवाद हुआ था. श्रवण द्वारा सड़क चीरकर पाईप लगा दिया गया. इस पर उपमुखिया बिफर पड़े और घर के बगल में ही 21 जून की सुबह 6 बजे के करीब चाय दुकान पर श्रवण राय की गोली मारकर हत्या कर दिया. हत्या की खबर आग की तरह फैल गई. ग्रामीणों के साथ घुसकर कुछ असामाजिक तत्वों ने उपमुखिया के घर पर हमला बोल दिया. उपमुखिया की शिक्षिका पत्नी सनोवर खातुन एवं भतीजे मो० अनवर, चाचा मो० नुरैन, बेटी नूसरत परवीन आदि को मारते-पीटते सड़क के उप पार उत्तर एक मकान में बंद कर मार-मार कर सनोवर खातुन की हत्या कर दी गई. जानकारी के बाद पुलिस पहुंचकर मरणासन्न मो० अनवर, मो० नुरैन, नुसरत परवीन आदि को भीड़ से मुक्त कराकर ईलाज के लिए भेजा. रास्ते में मो० अनवर की मौत हो गई. मरणासन्न मो० नुरैन का ईलाज जारी है. नुसरत की हालत में सुधार है. जांच टीम को नाम नहीं खोलने के शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि भीड़ में कुछ बाहरी युवक दिखाई दे रहे थे लेकिन मास्क लगा रहने के कारण पहचान करना मुश्किल हो रहा था. इसमें कुछ स्थानीय नेता टाईप के लोग भी लग रहे थे. दुकान वगैरह में लगा सीसीटीवी फूटेज खंगालने से बहुत कुछ सामने आ जाएगा. वे अनाप-शनाप अफवाह फैलाकर भीड़ को उकसाने की कोशिश कर रहे थे. कोई उपमुखिया की पत्नी सनोवर खातुन द्वारा मुखिया को घर से लाकर पिस्टल देने तो कोई भतीजे मो० अनवर द्वारा जनता पर फरसा निकालने की बात बोल रहे थे. फिर उग्र भीड़ द्वारा पीटकर हत्या के दौरान उपमुखिया के कार, ग्राहक सेवा केंद्र आदि को आग के हवाले कर दिया. एक दुकानदार ने पीटाई से घायल सनोवर की मार्मिक व्यथा सुनाते हुए कहा कि खुद सनोवर अपने पति के खिलाफ गवाही देकर फांसी दिलवाने को तैयार थीं. वे जान बक्श देने की भीड़ से आरजू-मिन्नत कर रही थीं(किसी के पास विडियो फूटेज भी है) लेकिन जान लेने पर आमादा भीड़ उनकी तनिक भी न सुनी. इस तरह नाला चीरने की एक छोटी घटना बड़ा बबाल बन गया. माले टीम को ग्रामीणों ने बताया कि श्रवण की हत्या करीब 6 बजे हुई जबकी 5-7 किलोमीटर के रेंज में ताजपुर, मुसरीघरारी एवं मुफस्सिल थाना होने के बाबजूद पुलिस घटनास्थल पर करीब 8-30 बजे के बाद पहुंची. उसके बाद बबाल बढ़ता गया और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचते रहे. अगर पुलिस व अन्य अधिकारी समय पर पहुंचते तो इतनी बड़ी घटना नहीं घटती. टीम लीडर जीवछ पासवान ने संपूर्ण घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने, दोषियों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने, मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रूपये मुआवजा देने, घायलों को सरकारी स्तर पर ईलाज कराने की मांग जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार से की है. माले टीम ने उपमुखिया द्वारा श्रवण राय, भीड़ द्वारा सरोवर खातुन एवं मो० अनवर की हत्या, मो० नुरैन, नूर आदि की पीटाई की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण के साथ अपराधिक घटना कहा है. टीम ने अपराधिक घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की भी निंदा करते हुए पीड़ित परिवार समेत क्षेत्रवासियों से शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाये रखने की अपील की है ताकि आधारपुर में फिर से आपसी भाईचारा एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण कायम हो सके. इस आशय की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से गुरूवार को भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने देते हुए कहा है कि भीड़ हिंसा की प्रवृत्ति समाज के लिये खतरनाक है. किसी भी अपराध का जवाब भीड़ हिंसा नहीं हो सकती है. प्रशासन को उपमुखिया मो० हसनैन को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए और भीड़ हिंसा में संलग्न सभी लोगों-उकसाबेबाजों पर सख्त कारवाई करनी चाहिए. देर से ही सही लेकिन घटना के दिन ही घटनास्थल का दौरा डीएम, एसपी, आईजी आदि कर चुके हैं. घटना स्थल पर अनहोनी की आशंका के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. तीनों मृतकों का अंतिम संस्कार पुलिस सुरक्षा में किया जा चुका है. दोनों ओर से मुफस्सिल थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है. आसपास के लोग डरे-सहमें हुए हैं. मृतक श्रवण के परिजन पुलिस सुरक्षा में अपने घर पर हैं मो० हसनैन के परिजन किन्हीं परिजन के यहाँ अन्यत्र आश्रय ले रखे हैं. उपमुखिया मो० हसनैन फरार हैं. इस तरह एक उपमुखिया के गुस्से ने श्रवण की जान लेने से लेकर खुद अपने परिवार के बर्बादी का कारण बना.
समस्तीपुर से मोहम्मद सिराज की रिपोर्ट !