पुलवामा बदला: दो चरमपंथी मारे गए
18 फरवरी 2018 ( सोमवार)
नई दिल्ली : भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर में पुलवामा ज़िले के पिंगलेना इलाक़े में सोमवार तड़के हुई मुठभेड़ में सेना के चार जवान और दो चरमपंथी मारे गए हैं.
सुरक्षा बलों ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिल पर हुए आतंकी हमले का पहला बदला ले लिया है। सेना ने पुलवामा एनकाउंटर में जैश के दो आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों में पुलवामा आतंकी हमले का मास्टरमाइंड कामरान शामिल है। बताया जा रहा है दूसरा आतंकी गाजी रशीद है, जिसमें आत्मघाती हमलवार आदिल अहमद डार को ट्रेनिंग दी थी। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है।
मेजर समेत 4 जवान शहीद, एक जख्मी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के पिंगलान इलाके में देर रात शुरू हुई आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ सुबह भी जारी रही। इस मुठभेड़ में एक मेजर समेत सेना के चार जवान शहीद हो गए। जबकि एक जवान घायल बताया जा रहा है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहीद जवान 55 राष्ट्रीय राइफल्स के थे। जो जवान इस मुठभेड़ में शहीद हुए हैं उनमें मेजर वीएस डोंडियाल, हवलदार शिवराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं।
जिस घर में आतंकी छिपे थे, उसे उड़ाया
पिंगलान इलाके में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इस पूरे इलाके की घेराबंदी की। इलाके को घेरकर ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस बीच कहा जा रहा है कि सेना ने जैश के दो आतंकियों को मार गिराया है। यह भी सूचना सामने आई है कि जिस घर में आतंकी छिपे थे, उसे सेना ने धमाके से उड़ा दिया है।
Pulwama Terror Attack के मास्टरमाइंड ढेर!
एनकाउंटर के बाद पुलवामा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं, एतिहातन इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमाइंड गाजी रशीद और कामरान को सेना ने घेराकर मार गिराया है। दोनों आतंकी जैश के टॉप कमांडर थे। हालांकि अबतक इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
LIVE UPDATES:
*मारे गए आतंकियों में पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमाइंड कामरान और गाजी के मारे जाने की सूचना।
*पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमाइंड को सेना ने मार गिराया। आधिकारिक पुष्टि का इंतजार।
*मुठभेड़ के बीच पुलवामा हमले के मद्देनजर गृह मंत्रालय के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक
कौन है गाजी रशीद?
आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का टॉप कमाडंर हैं गाजी रशीद
गाजी IED एक्सपर्ट है।
जैश सरगना ने कश्मीर में स्थानीय आतंकियों को ट्रेनिंग देने और सनसनीखेज आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए तैयार करने का जिम्मा गाजी को सौंपा था।
कहा जा रहा है कि गाजी अपने दो सहयोगियों के साथ पिछले साल अक्टूबर अंत में भारत में घुसा और दक्षिण कश्मीर छिप गया
गाजी को मौलाना मसूद अजहर का भरोसेमंद और करीबी माना जाता है
साल 2008 में गाजी जैश से जुड़ा और तालिबान में ट्रेनिंग ली।
गाजी ने ही पुलवामा आतंकी हमले (14 फरवरी) में शामिल आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को भी ट्रेनिंग दी थी।
कौन है आतंकी कामरान?
जैश-ए-मुहम्मद का टॉप कमांडर था कामरान
कामरान कई आतंकी हमलों का मास्टरमांइड रह चुका है।
14 फरवरी को पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले में भी कामरान का हाथ था।
रेवाड़ी-महेंद्रगढ़ के जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ में रेवाड़ी निवासी सिपाही हरिसिंह भी शहीद हुए हैं। महेंद्रगढ़ जिले की सीमा से सटे झुंझुनू जिले के गांव टीबा बसई के हवलदार शिवराम ने भी इस हमले में शहादत दी है। दोनों 55 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान थे। सैन्य अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि अभी जरूरी कागजी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद पार्थिव शरीर रवाना किए जाएंगे।
पुंछ में PAK ने तोड़ा सीजफायर
एक ओर पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हो रही है। वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान भी अपनी नापाक हरकतों को जारी रखे हुए हैं। बीती रात पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान ने सीज फायर का उल्लंघन किया है। सीमा पर हालात को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ से रावकोट (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) तक सीमा पार बस सेवा को आज के लिए निलंबित कर दिया गया है।
पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद
बता दें कि पुलवामा के लेथपोरा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों की ओर से सर्चा ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस हमले के बाद पुलवामा के आसपास के करीब 15 गांवों को घेकर कासो (सर्च ऑपरेशन) चलाया गया था। 14 फरवरी को हुए इस आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ की 40 जवान शहीद हो गए हैं। पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है।
अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हटी
शहादत से देशभर में पैदा हुए आक्रोश के बाद सरकार ने अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा भी वापस ले ली है। जिन अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है उसमें- ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (APHC) के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक, शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन, फजल हक कुरैशी और अब्दुल गनी बट शामिल हैं
रिपोर्ट – सोनू मिश्रा