Bihar News:सदर अस्पताल में इलाजरत कैदी की तबियत बिगड़ी,पटना रेफर
-सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में 17 दिन से चल रहा था इलाज
-गंभीर खांसी की वजह से किया गया रेफर
-हत्या के एक मामले में चार महीना पहले युवक आया था जेल
रिपोर्ट,मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार)
जमुई:-मंगलवार को सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाजरत एक कैदी की तबियत अचानक बिगड़ गई।जिसे सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद द्वारा जांच के बाद बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया।बीमार कैदी की पहचान झाझा प्रखंड के जामुखरैया गांव निवासी मो.इब्राहीम के पुत्र मो.सद्दाम के रूप में हुई है।बीमार कैदी ने बताया कि वे 17 दिन पहले टायफाईड बुखार और खांसी से पीड़ित होकर जेल से सदर अस्पताल स्थित कैदी वार्ड आया था। चिकित्सक द्वारा टायफाईड बुखार की दवा दी गई थी दवा खाने के बाद भी बुखार बिल्कुल ठीक नहीं हुई।कैदी ने चिकित्सक पर आरोप लगाते हुए कहा कि साढ़े तीन महीने से गंभीर खांसी से पीड़ित होने के बावजूद भी चिकित्सक द्वारा खांसी की दवा नहीं दी गई जिससे खांसी और गंभीर हो गई।लगातार खांसी की वजह से छाती और पेट में भी दर्द होने के बावजूद भी इलाज करवाने की वजह से कैदी वार्ड के गार्ड द्वारा कुछ नहीं होने की बात कह कर टाल-बटोल किया जा रहा है।
–ट्यूबरकुलोसिस(टीबी)रोग के लक्षण मिलने पर कैदी को किया गया रेफर
हालांकि इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद ने बताया कि जिस वक्त कैदी को भर्ती किया गया था उस वक़्त कैदी टायफाईड बुखार से ग्रसित था जिसकी दवा दी गई थी बुखार काफी हद तक ठीक हो गया है।
कैदी को खांसी होने की वजह से एक्सरे और बलगम की भी जांच की गई है,जिसमें सस्पेक्टेड ट्यूबरकुलोसिस(टीबी)रोग का लक्षण का पता चल रहा है इस वजह से कैदी को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है।बताते चलें कि उक्त युवक चार महीने पहले निशा हत्याकांड मामले में जमुई कोर्ट में सरेंडर किया था।