पुलवामा में फिर मारे गए चार जवान, गोलीबारी ख़त्म
18 फरवरी 2019 (सोमवार)
नई दिल्ली :भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर में पुलवामा ज़िले के पिंगलेना इलाक़े में सोमवार तड़के एक गोलीबारी में सेना के चार जवान मारे गए हैं और एक जवान ज़ख़्मी हुआ है.अब गोलीबारी बंद हो गई है लेकिन सेना की घेरेबंदी अब भी जारी है. एक जवान जो घायल बताया जा रहा है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहीद जवान 55 राष्ट्रीय राइफल्स के थे। जो जवान इस मुठभेड़ में शहीद हुए हैं उनमें देहरादून के मेजर वीएस डोंडियाल, झुंझुनूं के हवलदार सेवा राम, मेरठ के सिपाही अजय कुमार और रेवाड़ी के सिपाही हरी सिंह शामिल हैं। यह कहा जा रहा है कि सेना ने पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमाइंड जैश आतंकी गाजी रशीद और कामरान को घेर लिया है।
2-3 आतंकी छिपे होने की आशंका
पिंगलान इलाके में देर रात से सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। बताया जा रहा है कि 2-3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इस पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है। इस पूरे इलाके को घेरकर ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है। मुठभेड़ अब भी जारी है।
Pulwama Terror Attack के मास्टरमाइंड को सेना ने घेरा!
एनकाउंटर के बाद पुलवामा में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं, एतिहातन इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि पुलवामा आतंकी हमले के मास्टरमाइंड गाजी रशीद और कामरान को सेना ने घेरा हुआ है। दोनों आतंकी जैश के टॉप कमांडर हैं। हालांकि अबतक इसकी पुष्टि नहीं की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पिंगलान इलाके के एक घर में दो से तीन आतंकी छिपे हुए हैं ।
*मुठभेड़ के बीच राजधानी दिल्ली में गृहमंत्रालय में शीर्ष अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक चल रही है।
पुंछ में PAK ने तोड़ा सीजफायर
एक ओर पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हो रही है। वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान भी अपनी नापाक हरकतों को जारी रखे हुए हैं। बीती रात पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान ने सीज फायर का उल्लंघन किया है। सीमा पर हालात को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ से रावकोट
(पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) तक सीमा पार बस सेवा को आज के लिए निलंबित कर दिया गया है।
पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद
बता दें कि पुलवामा के लेथपोरा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों की ओर से सर्चा ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस हमले के बाद पुलवामा के आसपास के करीब 15 गांवों को घेकर कासो (सर्च ऑपरेशन) चलाया गया था। 14 फरवरी को हुए इस आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ की 40 जवान शहीद हो गए हैं।और कई घायल हुए थे,उसके बाद फिर एक आईईडी ब्लास्ट में मेजर शहीद हो गए थे. पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है।
अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हटी
शहादत से देशभर में पैदा हुए आक्रोश के बाद सरकार ने अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा भी वापस ले ली है। जिन अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है उसमें- ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (APHC) के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक, शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन, फजल हक कुरैशी और अब्दुल गनी बट शामिल हैं।
सोनू मिश्रा (युवा पत्रकार)