Bihar News : ‘हाथ’ थामकर कांग्रेस के हो गए भाजपा के निलंबित सांसद कीर्ति आजाद, किया ट्वीट
18 फरवरी 2019 (सोमवार)
पटना: भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने आज कांग्रेस का हाथ थाम लिया और पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। कीर्ति आजाद को कांग्रेस की सदस्यता पहले ही लेनी थी, लेकिन पुलवामा में आतंकी हमले के बाद उन्होंने इस तिथि को आगे बढ़ाते हुए 18 फरवरी को कांग्रेस ज्वाइन करने का ऐलान किया था।
इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी थी।
आज सुबह कीर्ति आजाद ने ट्वीट कर जानकारी दी कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @RahulGandhi जी ने मुझे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई, मैंने मिथिला की परंपरा में उनको मखाना की माला, पाग, चादर से सम्मानित किया।
कीर्ति आजाद सोमवार की सुबह दिल्ली स्थित कांग्रेस के मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें विधिवत पार्टी की सदस्यता दिलाई। इससे पहले कीर्ति आजाद ने पुलवामा हमले के बाद अपने ट्वीट में लिखा था कि , “श्री राहुल गांधी जी से भेंट हुई।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए हमारे सैनिकों के सम्मान में कांग्रेस में मेरी ज्वाइनिंग अब 18 को होगी। शहीदों के लिए तीन दिनों का शोक मनाया जाएगा। कोई व्यक्ति या पार्टी देश से बढ़कर नहीं हो सकती और सैनिकों की शहादत पूजनीय है उनके सम्मान में यह निर्णय लिया गया।”
कांग्रेस में शामिल होते ही कीर्ति प्रेस को संबोधित कर मोदी से पूछे ये सवाल-
कांग्रेस में शामिल हुए सांसद कीर्ति आजाद ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कीर्ति ने कहा कि मैं पीएम का एक वक्तव्य याद दिलाना चाहता हूं, जब उन्होंने कहा था कि एक के बदले 10 सिर लाऊंगा, लेकिन अगर वो अभी तक एक भी सिर लाये हों तो बताएं. कांग्रेस की सदस्यता लेते हुए कीर्ति ने कहा कि यह सबसे पुरानी पार्टी है और यही वो पार्टी है जिसने देश की आन, बान और शान के लिए काम किया है. कीर्ति ने कहा कि मेरे पिता को जवाहर लाल नेहरू ने 26 साल की उम्र में सांसद बनाया था.मैंने काफी सोच विचार करने के बाद ही कांग्रेस में घर वापसी की सोची. मैं राजनीतिक रूप से अनाथ हो गया था लेकिन अब मैं अपने राजनीतिक परिवार में वापस आ गया हूै. उन्होंने कहा कि मुझे कांग्रेस ने आश्वासन दिया है कि किसी तरह की यहां दिक्कत नहीं होगी. कीर्ति आज़ाद ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो गया है लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि सिर्फ सोशल मीडिया पर नंबर बनाने से नम्बर वन पार्टी नहीं हो सकती है.पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि मैंने 25 साल से बीजेपी की निःस्वार्थसेवा की लेकिन जिस तरह के जुमले आये वो बहुत दुःखद था इसलिए कांग्रेस में मेरी घर वापसी है. कीर्ति आजाद ने लगे हाथों तेजस्वी यादव की भी बड़ाई की और कहा कि बिहार में सबसे उम्र का ऊर्जावान नेता तेजस्वी दिखता है. सदानंद सिंह ने इस मौके पर कहा कि आजाद जी भटक गए थे लेकिन घर वापसी के लिए मैं उनका अभिनंदन करता हूं. वो चकाचौंध वाली पार्टी में चले गए थें.बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि बीजेपी में अब वैसे लोग नहीं रहते जिनके पास थोड़ा भी स्वाभिमान बचा हो. पार्टी स्वाभिमान के लिए और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर ही कार्रवाई कर रही है. कीर्ति का राजनीति से पुराना नाता है और उनके आने से पार्टी मजबूत होगी. गोहिल ने कहा कि क्रिकेट के फील्ड में भी कीर्ति की पहचान है.
मालूम हो कि कीर्ति आजाद दरभंगा से सांसद हैं। वो तीन बार से दरभंगा के सांसद बनते रहे हैं। पार्टी विरोधी बयानबाजी की वजह से उनको भाजपा ने कुछ दिनों पहले ही पार्टी से निकाल दिया था, जिसके बाद से ही माना जा रहा था कि वो कांग्रेस का हाथ थामेंगे। कीर्ति अपने बयानों को लेकर सुर्खियों के साथ ही विवादों में रहे हैं। आपको बता दें कीर्ति . बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के पुत्र हैं तो उनकी पहचान दरभंगा और मिथिलांचल के कद्दावार नेता के तौर पर भी हुई. इन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में दिल्ली के गोल मार्केट इलाके में विभानसभा चुनाव के जरिए की थी. 1998 में आजाद ने दरभंगा का रुख किया और वहां से पहली बार जीते और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.कीर्ति आजाद दरभंगा से 1999, 2009 और 2014 में दरभंगा के सांसद चुने गए. दरभंगा को अपनी कर्मभूमि चुनने के पीछे बड़ी वजह ये थी कि यहां उनका ससुराल है. इस बात का उनको फायदा भी मिला और तीन बार दरभंगा के सांसद बने.कीर्ति आजाद का जन्म बिहार के पूर्णिया में हुआ था लेकिन दिल्ली में पढ़ाई पूरी की. राजनीति के अलावा, कीर्ति प्रसिद्ध क्रिकेट कमेंटेटर भी हैं. हमेशा विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में लगे रहते हैं. ‘कर्म सामाजिक कल्याण संगठन’ के वे संस्थापक सदस्य भी हैं.
सोनू मिश्रा , पटना(बिहार)